JAMSHEDPUR: साढ़े पांच माह बाद बसों का परिचालन मानगो बस स्टैंड से शुरू तो हो गया, लेकिन दूसरे दिन भी यात्रियों की संख्या कम रही। बुधवार को मानगो बस स्टैंड से कहने तो तो 50 बसों का परिचालन हुआ। लेकिन यात्री नहीं के बराबर थे। किसी बस में दो यात्री तो किसी बस में चार यात्रियों को लेकर बस गंतव्य के लिए रवाना हुई। दूसरे दिन भी बस मालिकों को बस का परिचालन करने से घाटा ही हुआ है। बसों का डीजल, चालक व खलासी की खुराकी तक बसों का परिचालन कर नहीं निकला। चूंकि सरकार का निर्देश है बसों का परिचालन के लिए इस वजह से घाटा सहते हुए भी बस मालिक बसों का परिचालन इस आस में कर रहे हैं कि आज नहीं तो कल बसों को यात्री जरुर मिलेंगे । जमशेदपुर बस ऑनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक उपेंद्र शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन भी यात्री नहीं मिले। बस घाटे में चलाना पड़ रहा है। एसी बस में दस हजार व नन एसी बस में छह हजार का घाटा प्रतिदिन हो रहा है।
छाने लगी है मायूसी
साढ़े पांच माह से बसों का परिचालन बंद था। ऐसे में एक सितंबर से बसों का परिचालन होने की घोषणा होते ही बस मालिकों ने बसों की मरम्मत कराना शुरु किया और बसों की मरम्मत में लाखों रुपये खर्च कर दिए। लाखों रुपए खर्च करने के बाद बस मालिकों को यह आस थी कि बसों का परिचालन होते ही सब ठीक हो जाएगा, लेकिन बसों में यात्री ही नहीं है। साढ़े पांच माह से बैंक की किस्त व अन्य खर्चे को घर से बस मालिक भर रहे थे। ऐसे में जब बस का परिचालन हुआ तो यात्री नहीं मिलने से बस मालिकों में मायूसी छाने लगी है। अगर यही हाल रहा तो जल्द ही बसों का परिचालन बंद करने पर भी बस एसोसिएशन विचार कर सकते हैं। मानगो बस स्टैंड में 350 बसें यात्री के इंताजर में खड़ी है। बस के चालक, खलासी व अन्य कर्मचारी प्रतिदिन स्टैंड पहुंचते हैं लेकिन यात्री नहीं मिलने से बस खड़ी कर वापस चले जाते है।
कोरोना संक्रमण का भय
कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण लौहनगरी के लोग अपने-अपने घरों में ही रहना ज्यादा पसंद रहे है। बिना काम के यात्रा करने से परहेज कर रहे है। इसी के कारण बसों में यात्री नहीं है। बसों में वैसे ही यात्री सफर कर रहे हैं जिन्हें जरुरी यात्रा करनी होती है, नहीं तो दोगुना किराये में यात्रा कोई भी यात्री नहीं करना चाह रहा है।
डीसी से मिलेगा एसोसिएशन
शिक्षित बेरोजगार मिनी बस एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांडेय ने बताया कि गुरुवार को उपायुक्त से मिलकर मिनी बस स्टैंड में सब्जी बाजार लगा हुआ है। इसे खाली कराने की मांग करेंगे। स्टैंड खाली होने के बाद बस का परिचालन वहां से शुरू करने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लंबी दूरी की बसें घाटे में चल रही हैं। बस में यात्री ही नहीं हैं। यही हाल मिनी बस का भी होना तय है। लेकिन सरकार का निर्देश है तो बसों का परिचालन करना ही होगा। जब तक स्कूल कालेज, पूरा बाजार नहीं खुल जाता। तब तक मिनी बसों में यात्री का टोटा तो रहेगा ही। उन्होंने बताया कि मिनी बस का परिचालन हुआ तो बस बीच सड़क पर नहीं रोकी जाएगी। जहां बस का स्टापेज है, वहीं बस को रोका जाएगा। बस रुकने के बाद जितने यात्री बस से उतरेंगे। उतने ही यात्री को बस में चढ़ने की अनुमति होगी। सरकार के गाइडलाइन के अनुसार ही बसों में यात्रियों को बैठाया जाएगा।