जमशेदपुर (ब्यूरो): विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के मौके पर सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय धातकीडीह के संयुक्त तत्वावधान में धतकीडीह गांव में मासिका महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव के दौरान विद्यालय की स्वच्छता दूत बच्चियों ने गांव के प्रत्येक घर घर जाकर किशोरियों एवं महिलाओं को माहवारी के प्रति शर्म झिझक तोडऩे व माहवारी के दौरान स्वच्छता हेतु सैनिटरी पैड इस्तेमाल करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को पर्यावरण अनुकूल रियूजेबल सैनिटरी पैड का उपहार भी दिया। महोत्सव के दौरान बच्चों के साथ झारखंड के पैडमैन के नाम से जाने जाने वाले निश्चय फाउंडेशन के संस्थापक तरुण कुमार, उमवि धतकीडीह के प्रधानाध्यापक साजिद अहमद, बैद्यनाथ हांसदा, शुभम सिंह सेंगर व अन्य मुख्य रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि माहवारी स्वास्थ्य के प्रति व्यापक जागरूकता लाने हेतु 28 मई को समूचे विश्व में माहवारी स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। धतकीडीह गांव की जागरूक बच्चियां माहवारी स्वच्छता जागरूकता को लेकर उल्लेखनीय प्रयास कर रही हैं, जो अन्य गांवों के लिए भी बेहद प्रेरणा का विषय है।
किया जा रहा अवेयर
मासिका महोत्सव के माध्यम से विश्व के चार महादेशों एशिया, अफ्रिका, यूरोप व अमरीका के दर्जनों देशों में माहवारी को उत्सव के रूप में मनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि माहवारी स्वास्थ्य के प्रति व्यापक रूप से जागरूकता फैले। विश्वव्यापी मासिका महोत्सव में झारखंड की स्वयंसेवी संस्था निश्चय फाउंडेशन भी अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। उमवि धातिकीडीह की स्वच्छता दूत बच्चियां अवंती मुर्मू, प्रीति मुर्मू, आरती हांसदा, फुलमनी हांसदा, मालती मार्डी, छिता मार्डी ने गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग करते हुए गांव के घर-घर जाकर सभी महिलाओं और बच्चियों से मिलकर, गांव में माहवारी जागरूकता की स्थिति को लेकर एक विस्तृत रिसर्च किया। इस दौरान उन्होंने 176 महिलाओं व किशोरियों से बातचीत की थी। बच्चियों को रिसर्च मेथोडोलॉजी के बारे में निश्चय फाउंडेशन के द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।
रियूजेबल सैनिटरी पैड वितरित
बच्चों व महिलाओं की भागीदारी से समूचे गांव को माहवारी से जुड़े टैबू से मुक्त कराने के साथ साथ सैनिटरी पैड के निस्तारण से होने वाले पर्यावरण हानि को भी कम करने की कोशिश की जा रही है। इस क्रम में गांव की सभी बच्चियां व महिलाओं तक प्रोजेक्ट बाला रियूजेबल सैनिटरी पैड पहुंचाने के लिए कार्य किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल महिलाए धोकर बार-बार कर सकती हैं। इससे महिलाओं को हर महीने सैनिटरी पैड खरीदने के खर्च से भी निजात मिलेगी।