छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : एक बार फिर किताबों से दोस्ती करने का बेहतरीन मौका मिल रहा है। शुक्रवार को सिटी में पुस्तक मेला का धूमधाम से आगाज हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद कोलकाता की प्रसिद्ध लेखिका व फिल्म निर्माता शतरुपा सान्याल ने कहा कि किताब से कीमती उपहार कोई नहीं हो सकता। पुस्तकों के बिना जीवन अधूरा है। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत टैगोर सोसाइटी के चेयरमैन डॉ। एचएस पाल ने किया। महासचिव आशीष चौधरी ने पुस्तक मेला के इतिहास पर प्रकाश डाला।
आए हैं 71 पब्लिशर्स
कई नए प्रकाशक इस बार पहली बार स्टॉल में आये है। इनमें वुडपेकर, सेल रकाब पुठी सेंटर, एनलिवेन, पेंगुईन पब्लिशर्स के नाम प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में 71 प्रकाशकों ने स्टॉल लगाए हैं। इसमें युवा वर्ग, बच्चों, पुरुष, महिलाओं के अलावा साहित्य प्रेमियों को पसंद आने वाली किताबें शामिल हैं।
स्थानीय प्रकाशकों को मिला स्टॉल
स्थानीय प्रकाशकों में सहयोग नामक संस्था को आयोजकों ने निश्शुल्क स्टॉल उपलब्ध कराया है, ताकि शहर में लेखकों की प्रतिभा को एक मंच मिल सके। इसके अलावा सेल्यूलाइड चैचटर, रामकृष्ण मिशन, पुस्तक मंजूषा, योगदा सत्संग सोसाइटी, आजाद किताब चार, ओशो सुरती मेडिटेशन सेंटर, गुरमत प्रचार सेंटर, टैगोर, चिन्मया वाणीको को स्टॉल उपलब्ध कराया गया है।
स्टूडेंट्स को दो रुपये में एंट्री
25 नवंबर तक चलने वाले मेले का प्रवेश शुल्क पांच रुपए होगा। यूनिफार्म में आने वाले स्कूली विद्यार्थियों से दो रुपए शुल्क लिया जाएगा। युवाओं को पुस्तकों से जोड़ने के लिए इंटर स्कूल क्विज का आयोजन 28 नवंबर को होगा। रोजाना यह पुस्तक मेला दो बजे से रात के 8:30 बजे तक लोगों के लिए खुला रहेगा। शनिवार और रविवार को यह सुबह के दस बजे से रात के 8:30 बजे तक खुला रहेगा।
बुजुर्गो के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था
पुस्तक मेला में बुजुर्गो के लिए व्हील चेयर उपलचचा रहेगा। यह व्हील चेयर सूचना केंद्र के पास उपलचचा रहेगा। बुजुर्ग व असहाय पुस्तक प्रेमी इसका लाचा उठा सकते हैं।