छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: 25 फरवरी को कदमा थाना क्षेत्र मरीन डाइव रामजनम नगर के पास स्थित टोल ब्रिज से एक व्यक्ति खरकई नदी में कूद गया था। कूदने से पहले उक्त व्यक्ति ने अपना मोबाइल, घड़ी, साइकिल और पहने हुए चप्पल को टोल ब्रिज पर ही छोड़ दिया था। उस व्यक्ति का शव 48 घंटे बाद शनिवार की सुबह नदी से बरामद कर लिया गया है। मृतक की पहचान कदमा भाटिया बस्ती प्रतिमा नगर निवासी 50 वर्षीय मंगल सिंह मुंडा के रूप में हुई है। शव मिलने के बाद परिजनों ने इसकी सूचना संबंधित थाने को दी। जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया। वहीं मृतक के बेटे रोहित सिंह सरदार के बयान पर पुलिस ने थाने में अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया है। घटनास्थल पर मृतक की पत्नी गुरुवारी सरदार भी बस्ती वासियों के साथ मौजूद थी।
दी थी सूचना
मंगल सिंह मुंडा के बेटे रोहित सिंह सरदार ने कहा घटना के दिन उसे बस्ती वासियों ने सूचना दी थी कि उसके पिता टोल ब्रिज से नदी में कूद गए हैं जिसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचा और पुलिस से पिता को नदी में तलाश करने की बात कही। काफी देर तक नदी में ढूंढने से जब पिता का कोई पता नहीं चला तो वह पिता द्वारा छोड़े गए सामानों को लेकर घर आ गया था। वहीं कदमा और आदित्यपुर थाने के बीच शव ढूंढने को लेकर सीमा विवाद भी काफी देर तक चला। स्वजन बस्ती वासियों के साथ मिलकर अपने स्तर से भी पिता की खोज की। घटना के दिन शाम को परिवार ने अपने पिता के गुम होने की लिखित शिकायत कदमा थाने में जाकर की थी। शनिवार की सुबह परिचितों से सूचना मिली कि उसके पिता का शव नदी में देखा गया है। जिसके बाद वह बस्ती वासियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और पिता के शव को नदी से बाहर निकाल कर इसकी सूचना पुलिस को दी।
पति पत्नी में था विवाद
मंगल सिंह मुंडा और उसकी पत्नी गुरुवारी सरदार के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। दोनों अलग-अलग रहते थे। मृतक की पत्नी अपने बेटे रोहित सिंह सरदार के साथ रहती है जबकि मंगल सिंह मुंडा अकेले रहता था। दोनों की एक बेटी भी थी जिसकी शादी हो चुकी है। गुरुवारी सरदार ने बताया पति शराब पीने के आदी थे और उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। वहीं बेटे ने बताया कि उसके पिता पें¨टग का काम करते थे और भाटिया बस्ती चौक से काम करने के लिए जाते थे।