JAMSHEDPUR: टाटा-रांची मार्ग मानगो से सटे पारडीह काली मंदिर के कुछ आगे एक नाले के पास रविवार देर शाम चांडिल थाना की पुलिस ने एयरबैग में सड़ा-गला शव बरामद किया है। रात होने के कारण पुलिस को ये पता नहीं चल पाया कि शव महिला के है या पुरुष के। जिस तरीके से बैग में शव को रखा गया है। उससे साफ है कि उसकी हत्या की गई है और हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने को शव को नाले के पास फेंक दिया गया। शव आठ-दस दिन पुराना है। हत्या कहीं और की गई और शव को लाकर वहां फेंका गया है। पुलिस शव का पंचनामा भी तैयार नहीं कर पाई है। फिलहाल पुलिस अपने स्तर से यह पता लगा रही है कि किसी थाना क्षेत्र से कोई लापता तो नहीं है। शव बरामदगी की सूचना सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर पुलिस की सभी थाना को दी गई है। स्थानीय लोगों ने चांडिल थाना की पुलिस को बताया शव राष्ट्रीय राजकीय मार्ग संख्या 33 पारडीह काली मंदिर से कुछ आगे खाई में पड़ी हुई थी। सड़क किनारे घूमने वाली महिला ने बैग को सिर पर लादकर घूम रही थी, उसने बैग खोलकर देखने की कोशिश की। शव दिखते ही वह सड़क किनारे फेंक कर भाग निकली। एयरबैग का चेन खुला हुआ था। पुलिस ने बताया शव कई टुकड़ों में हैं। बैग में भरने के लिए दो से तीन टुकड़ों में शव को मोड़कर बैग में भरा गया है। शव का अधिकतर हिस्सा कंकाल के रूप में है मामले को लेकर चांडिल थाना की पुलिस परेशान है।
शुक्रवार को शव की हुई शिनाख्त
आदित्यपुर के एक औद्योगिक कंपनी में कार्य करने वाला देवानंद मांझी का शव रांची जिले के दशम फॉल में पुलिस ने सात फरवरी को बरामद किया था जिसकी पहचान उसके स्वजनों ने 13 फरवरी को हुई थी। इसके बाद शव का दाह संस्कार हुआ। देवानंद मांझी के लापता होने की शिकायत आदित्यपुर थाना में दर्ज था। वह 26 जनवरी से लापता था। मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के गौरा इलाके का रहने वाला था। स्वजनों ने अपने स्तर से उसकी खोजबीन की। 29 जनवरी को आदित्यपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई थी। दशम फॉल में उसका शव बरामद होने के बाद पुलिस जांच करती हुई जमशेदपुर के बागबेड़ा स्टेशन रोड के गुदरी मार्केट के एक लॉज तक पहुंची थी। कारण युवक अपने एक महिला के साथ लॉज में कुछ समय के लिए ठहरा था।