JAMSHEDPUR: जमशेदपुर धर्मप्रांत के बिशप बनने के बाद टेलेस्फोर बिलुंग शनिवार को पहली बार शहर पहुंचे। गोलमुरी स्थित सेंट जोसेफ चर्च में नए बिशप का पारंपरिक आदिवासी रीति रिवाज से स्वागत किया गया।

चर्च गेट से उन्हें पारंपरिक वाद्य यंत्रों के धुन पर स्वागत गीत गाते और नृत्य करते हुए चर्च तक पहुंचाया गया। इस दौरान परंपरा के अनुसार उनके पैर जमीन पर रखने नहीं दिया जा रहा था। उनके जाने वाले रास्ते पर बांस के बने टोकरी रखा जा रहा था। स्वागत के बाद 3.30 बजे उन्होंने धर्मगुरुओं को आशीर्वचन दिए। प्रार्थना सभा के बाद उन्होंने धर्मगुरुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि ईश्वर के वचनों को बांटने का समय है। उनके द्वारा बताए रास्ते पर चलने और समाज में आपसी समरसता बनाने का समय है। ईश्वर के परोपकार के कार्य में सभी उनके सहभागी बने। वहीं चर्च के फादर डेविड विंसेंट ने कहा कि रविवार 30 जून को सुबह 7.30 बजे सेंट जोसेफ चर्च, गोलमुरी में नए बिशप टेलेस्फोर बिलुंग का विधिवत स्वागत और अभिनंदन किया जाएगा। मौके पर उनके नियुक्ति पत्र को पढ़कर लोगों को सुनाया जाएगा। इस दौरान बिशप लोगों का आशीर्वचन भी देंगे।