छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: कांड्रा में अपने जीजा रंजीत सिंह के घर मनसा पूजा में भाग लेने के बाद गोलमुरी लौट रहे एक निजी कंपनी के सुपरवाइजर (टीम लीडर) कंचन पाल (20) की सड़क हादसे में मौत हो गई। मरीन ड्राइव पर हुई इस दुर्घटना में कंचन के फुफुरे भाई गोलमुरी के विजय नगर निवासी जोय दत्ता घायल हुए हैं। हादसा तब हुआ जब इनकी तेज रफ्तार यमाहा आरवन बाइक मरीन ड्राइव पर एक गड्ढे के चलते अचानक ब्रेक लगाने पर बेकाबू होकर नदी किनारे लगी लोहे की बैरीकेडिंग से जा टकराई। बाइक जोय दत्ता चला रहे थे और हेलमेट पहने होने की वजह से उनकी जान बच गई। हादसा रविवार की शाम तकरीबन सवा चार बजे मरीन ड्राइव पर कदमा थाना क्षेत्र के घोड़ा चौक के पास हुआ।

लगी लोगों की भीड़

हादसा होते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कंचन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। जोय दत्ता से फोन नंबर लेकर लोगों ने उनके घर और कांड्रा में मृतक के जीजा को खबर की। सूचना मिलने पर एंबुलेंस मौके पर पहुंची और कंचन व जोय दत्ता को महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (एमजीएम) अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों ने कंचन को मृत घोषित कर दिया। जबकि, जोय दत्ता को मरहम-पट्टी के बाद टीएमएच रेफर कर दिया गया। जोय दत्ता के सीने और पेट में ज्यादा चोट है। हेलमेट पहने होने की वजह से सिर व चेहरे में हल्की चोट आई है।

चास के रहने वाले थे कंचन

कंचन पाल बोकारो के चास के रहने वाले थे। वो महीना भर पहले ही जमशेदपुर आए थे और अपने फुफेरे भाई जोयदत्ता के साथ उनके गोलमुरी के विजयनगर स्थित घर में रहते थे। कंचन के पिता श्यामपाल की चास में क्राकरी की दुकान है। दो भाई और दो बहनों में मझले कंचन पाल की दोनों बहनों की शादी कांड्रा में ही हुई है। मृतक के भाई बिट्टू पाल को हादसे की जानकारी दे दी गई है।

---

सरायकेला की कंपनी में थे टीम लीडर

कंचन पाल डिलिवरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सुपरवाइजर (टीम लीडर) थे। वो कंपनी के सरायकेला स्थित कंपनी में कार्यरत थे। जोय दत्ता भी इसी कंपनी में काम करता था। कंचन जोय दत्ता के ममेरे भाई थे। वो जोय के घर में ही रहते थे और साथ में ही दफ्तर आना जाना करते थे।

मौके पर पहुंचे सहकर्मी

हादसे की जानकारी होते ही सरायकेला स्थित कंपनी के सहकर्मी मरीन ड्राइव स्थित घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद ये लोग एमजीएम अस्पताल पहुंचे। सहकर्मियों ने बताया कि दोनों दफ्तर बंद होने के बाद घर लौटने ही वाले थे कि तभी कांड्रा से फोन आ गया कि मनसा पूजा है। इसके बाद कंचन बहन के यहां मनसा पूजा में भाग लेने कांड्रा चला गया।

मनसा पूजा से अच्छे भले हुए थे रवाना

हादसे की जानकारी मिलने के बाद कांड्रा में कंचन की बहन सदमे में है। रंजीत ने बताया कि दोनों मनसा पूजा में भाग लेने के बाद दोपहर बाद तकरीबन साढ़े तीन बजे रवाना हुए थे। घर वालों को क्या पता था कि उन पर मुसीबत का पहाड़ टूटने वाला है।

बाइक चलाता तो बच जाती जान

कंचन पाल के जीजा रंजीत सिंह ने बताया कि मनसा पूजा में भाग लेने के बाद जब ये लोग गोलमुरी के लिए रवाना हुए तो बाइक हेलमेट लगा कर कंचन पाल चला रहे थे। बाद में रास्ते में जोय दत्ता ने बाइक ले ली और खुद चलाने लगा। उन्होंने बताया कि अगर कंचन पाल बाइक चलाते तो हेलमेट लगाने की वजह से उनकी जान बच जाती।

तेज रफ्तार बाइक चलाते थे जोय

कंपनी के सहकर्मी बताते हैं कि जोय काफी तेजरफ्तार बाइक चलाते थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मरीन ड्राइव पर जब हादसा हुआ तो उनके बाइक की स्पीड 90-95 किलोमीटर प्रति घंटा से कम नहीं थी।