JAMSHEDPUR: गोलमुरी स्थित एबीएम कॉलेज से इस सत्र से वोकेशनल पाठ्यक्रम होने की पूरी संभावना है। कॉलेज ने इस संबंध में फिर से नया प्रस्ताव बनाकर कोल्हान विश्वविद्यालय को भेज दिया है। इसमें एमबीए व बीबीए पाठ्यक्रम शुरू करने की इजाजत देने की मांग की गई है। इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध होने की बात कॉलेज की ओर से बताई गई है। विश्वविद्यालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी सत्र से एमबीए शुरू करने में तकनीकी अड़चन है, लेकिन बीबीए शुरू करने में कोई तकनीकी अड़चन नहीं है। बस प्रस्ताव को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखना है। एकेडमिक काउंसिल की बैठक भी जल्द ऑनलाइन होगी।
की गई थी मांग
मालूम हो कि कुलपति प्रोफेसर डॉ। गंगाधर पंडा द्वारा एबीएम कॉलेज के निरीक्षण करने के क्रम में भी शिक्षकों ने वोकेशनल कोर्स को शुरू करने की मांग की थी। उसी समय कुलपति ने सकारात्मक संकेत दे दिए। संकेत के आधार पर कॉलेज ने फिर से प्रस्ताव बनाकर भेजा है। एकेडमिक काउंसिल से इस प्रस्ताव को पास कराने के लिए कॉलेज प्रबंधन की ओर से काउंसिल के सदस्यों से भी बात की जा रही है। सभी सदस्य इस प्रस्ताव के पक्ष में खड़े दिखाई पड़ रहे हैं। ज्ञात हो कि इस कॉलेज में अब तक कला एवं वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होती थी।
आज दर्शनशास्त्र विभाग का वेबिनार
कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी दर्शनशास्त्र विभाग की ओर से मंगलवार को राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया है। इसका विषय कोविड -19 क्राइसिस एंड द फिलासफी आफ भगवद्गगीता रखा गया है। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में आइसीपीआर के चेयरमैन रमेशचन्द्र सिन्हा, विशिष्ट अतिथि बीएचयू दर्शनशास्त्र एवं धर्म विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डी। ए। गंगाधर तथा नालंदा की डॉ डॉ जाहिरा खातून अपने-अपने विचारों को व्यक्त करेंगे। इस वेबिनार के मुख्य आयोजक डॉ। अखौरी क¨वद्र कुमार, तथा संयोजक डॉ। दीपंजय श्रीवास्तव, एवं डॉ संजय कुमार हैं।