JAMSHEDPUR: जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में बने कॉमन रूम के उद्घाटन के मौके पर दो छात्र संगठन भिड़े, जमकर मारपीट हुई। इसमें कई स्टूडेंट्स जख्मी हो गए। स्थिति बिगड़ते देखकर पुलिस बुलानी पड़ी। सोमवार को कॉलेज परिसर में बने गर्ल्स व ब्वायज कॉमन रूम का उद्घाटन होना था। प्राचार्य डॉ। बीएन प्रसाद की ओर से छात्र संघ के प्रतिनिधियों को इसके लिए बुलाया गया था। तय हुआ था कि गर्ल्स कॉमन रूम का उद्घाटन कॉलेज छात्र संघ के सचिव करेगा और ब्वॉयज कॉमन रूम का उद्घाटन अध्यक्ष से कराया जाएगा। सुबह करीब 11.30 बजे छात्र-छात्राएं जुट गई। उद्घाटन कार्यक्रम शुरू होने ही वाला था कि छात्र आजसू का हेमंत पाठक इस बात पर अड़ गया कि उद्घाटन में सिर्फ छात्र आजसू के प्रतिनिधि रहेंगे। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और मामला मारपीट तक जा पहुंचा। देखते ही देखते वहां धक्का मुक्की, हंगामा बढ़ गया। छात्राएं इधर-उधर भागने लगीं। कॉलेज प्रशासन की ओर से पुलिस को सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में मानगो थाने की पुलिस भी वहां पहुंच गई। हंगामा कर रहे छात्रों को हटाया गया।
रॉड से हमला करने का आरोप
कॉलेज की मुख्य बिल्डिंग का शटर गिराकर सभी छात्रों को बाहर किया गया। सिर्फ कॉलेज छात्र संघ प्रतिनिधियों को अंदर बुलाकर प्राचार्य, शिक्षकों की उपस्थिति में कॉमन रूम का उद्घाटन छात्रसंघ के सचिव ने किया। माहौल शांत होने पर थोड़ी देर बाद नीचे बेसमेंट में बने ब्वॉयज कॉमन रूम का उद्घाटन छात्रसंघ अध्यक्ष के हाथों कराया गया। अभाविप ने आरोप लगाया कि छात्र आजसू की ओर से रॉड से हमला किया गया। इसमें विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सागर राय, कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष सागर प्रामाणिक को चोट लगी। उधर छात्र आजसू के हेमंत पाठक ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि कॉलेज छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष राजेश महतो व वर्तमान सचिव गौतम सिंह पर जानलेवा हमला किया गया। अभाविप की ओर से पैसा व चेन छीनने के केस में फंसा देने की धमकी दी गई।
अभाविप ने की नारेबाजी
मारपीट, हंगामा समाप्त होने और दोनों कॉमन रूम का उद्घाटन होने के बाद मौके पर पहुंचे अभाविप के छात्रों ने नारेबाजी की। दोनों संगठनों ने एक-दूसरे पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया।
हंगामे में शिक्षिका का हाथ
बताया जा रहा है कि पूरा हंगामा पूर्व नियोजित था। इसके पीछे कॉलेज मुख्य भवन के बेसमेंट का वह कमरा था, जिसमें पहले एनएसएस का कार्यालय संचालित होता रहा है। इस कमरे में एक शिक्षिका का कब्जा था। कई बार प्रयास के बावजूद कमरे को खाली नहीं कराया जा सका। कॉलेज प्रशासन की ओर से विश्वविद्यालय को भी रिपोर्ट भेजी गई थी। सूत्रों के अनुसार उक्त शिक्षिका ने छात्र आजसू के छात्रों को उकसाया था। उन्हीं के इशारे पर छात्र आजसू की ओर से हंगामा शुरू किया गया।
सबकुछ तय था। सौहार्द्रपूर्ण माहौल में कॉमन रूम का उद्घाटन होने जा रहा था। छात्र संगठनों में आपस में न जाने क्या बात हुई कि एकाएक हंगामा होने लगा।
- डॉ। बीएन प्रसाद, प्रिंसिपल, जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज