JAMSHEDPUR: बिष्टुपुर स्थित स्टील सिटी नर्सिंग होम में मंगलवार को एक मरीज की मौत होने के बाद उसके स्वजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मरीज कदमा उलियान निवासी बिमल अग्रवाल की पत्नी (34) सुनीता अग्रवाल थी। बढ़ते हंगामा को देखते हुए मौके पर बिष्टुपुर थाना के पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया। मृतक के स्वजनों ने आरोपित डॉक्टर व प्रबंधन के खिलाफ शिकायत भी दर्ज किया, लेकिन बाद में समझौता कर लिया गया। दरअसल, सुनीता अग्रवाल गर्भवती थी। दो दिन पूर्व उन्होंने स्टील सिटी नर्सिंग होम में एच् बच्ची को जन्म दिया। मंगलवार की सुबह जब वह शौच के लिए बेड पर से उतरी तो वह बेहोश होकर गिर गई। इस दौरान कोई नर्स मौजूद नहीं थी। दूसरे मरीजों ने सुनीता को उठाया। इसके बाद नर्स और डॉक्टर पहुंचे। फिर उसका इलाज शुरू हुआ। स्वजनों का कहना था कि मरीज की स्थिति जब गंभीर हुई तो उसे ऑक्सीजन लगाया गया, लेकिन उसकी सांसें नहीं चल रही थी।

टीएमएच रेफर किया

इसी बीच प्रसव कराने वाले डाक्टर सेन भी वहां पहुंच गए और मरीज को देखा। उन्होंने मरीज की स्थिति गंभीर बताते हुए टीएमएच रेफर कर दिया। इसके बाद स्वजन मरीज को लेकर टीएमएच गए तो वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। टीएमएच के चिकित्सकों का कहना था कि मरीज की मौत दो से तीन घंटे पूर्व ही हो चुकी है। इसके बाद मृतक के स्वजन वापस स्टील सिटी पहुंचे और हंगामा करने लगे। आरोपित डाक्टर को गिरफ्तार करने की मांग होने लगी। इस दौरान विभिन्न राजनीति दल के नेता भी पहुंच गए। इसके बाद मृतक के स्वजनों को मुआवजा देकर आम सहमति बनी और मामला शांत हुआ। समझौता होने के बाद स्वजनों ने लिखकर दिया है कि उन्हें अस्पताल प्रबंधन व किसी स्टाफ व डॉक्टर से कोई शिकायत नहीं है और वे शव को ले जा रहे हैं। वहीं, प्रसव कराने वाले डॉ सेन का कहना है कि महिला को प्रसव होने के 48 घंटे बाद हार्ट अटैक आया था। ऐसा अटैक आ सकता है। यह अचानक ही आता है। मरीज की स्थिति खराब होने की सूचना मिली तो वे तत्काल पहुंचा। उन्होंने कहा कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है।