छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: कोल्हान का सबसे बड़ा गवर्नमेंट हॉस्पिटल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व अस्पताल अव्यवस्था की वजह से बुधवार को फिर चर्चा में रहा। इमरजेंसी डिपार्टमेंट से करीब आधे घंटे तक डॉक्टर गायब रहे। वहीं मरीज दर्द से तड़पते रहे। इससे मरीज व उनके परिजनों का आक्रोश बढ़ते गया और खूब हंगामा किया। होमगार्ड के जवानों ने लोगों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन उनकी कोई सुनने को तैयार नहीं था। घटना की जानकारी अधीक्षक डॉ। आरके मंधान को हुई तो वह भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामला को समझते हुए डॉक्टरों को विशेष दिशा-निर्देश दिए।
पहुंचा था गंभीर मरीज
दरअसल, आजाद बस्ती से एक गंभीर मरीज पहुंचा था, जो खून से लतपथ था। उसे खून की उल्टी हो रही थी। मरीज को डॉक्टरों ने देखा और उसकी गंभीर स्थिति से परिजनों को अवगत कराया। इसके बाद मरीज के परिजन भर्ती कराने के लिए कागज बनाने रजिस्ट्रेशन काउंटर चले गए। इसी दौरान मरीज की मौत हो गई। इसके बाद परिजन डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उसके साथ गाली-गलौज करने लगे। इससे आक्रोशित डॉक्टर व नर्से इमरजेंसी ड्यूटी छोड़कर बाहर निकल गए। इसके बाद आधे घंटे तक इमरजेंसी विभाग खाली पड़ा रहा। डॉक्टरों का कहना है कि वह इलाज करने के लिए यहां हैं, किसी की गाली सुनने के लिए नहीं। जिस मरीज की मौत हुई है उसे तत्काल देखा गया और दवा भी शुरू कर दी गई। इसके बावजूद मृतक के परिजनों द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां दी गई। हंगामा करने के बाद परिजन मृतक के शव को लेकर भाग गए। अस्पताल में उसका नाम तक दर्ज नहीं कराया गया है।
40 मिनट तक बैठी रही पेशेंट
ओल्ड पुरुलिया रोड निवासी शकीरा खातून इमरजेंसी विभाग पहुंची तो कोई डॉक्टर नहीं था। इसके कारण वह करीब 40 मिनट तक टेंपो में ही बैठे रही। वह दस्त, उल्टी, सिर दर्द, बुखार सहित अन्य रोग से ग्रस्त थी। इसी तरह दाईगुट्टू निवासी अमित कुमार के पैर पर मोटरसाइकिल गिर जाने के कारण दर्द से परेशान रहा। ये दोनों मरीज आधे घंटे तक इमरजेंसी विभाग में बैठे रहे। डॉक्टर आने के बाद इन्हें देखा गया।
पहले भी हुआ है हंगामा
इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर नहीं रहने और मरीज-डॉक्टर के दुर्व्यवहार की शिकायतें बार-बार सामने आती हैं। कई बार मरीज की मौत होने के बाद हंगामा हो चुका है। इसके बावजूद प्रबंधन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। जिसका खामियाजा डॉक्टर व मरीज दोनों को उठाना पड़ रहा है।
इमरजेंसी में उमड़ी भीड़
महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर बुधवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल का ओपीडी बंद रहा। इससे इमरजेंसी विभाग में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर एक बजे तक 132 मरीज पहुंचे थे। जबकि सामान्य दिनों में दोपहर तक 60 से 70 मरीज पहुंचते है। इसी दौरान मरीज डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किए।
मरीज की स्थिति गंभीर थी। उसका इलाज भी शुरू हुआ। इसके बाद परिजन भर्ती कराने के लिए कागज बनाने चले गए। इसी दौरान मरीज की मौत हुई। इसके बाद मृतक के परिजन हंगामा व गाली-गलौज करने लगे। इसकी रोकथाम को लेकर वे उपायुक्त से मिलेंगे और सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाएंगे। अस्पताल में पुलिस पिकेट की मांग लंबे अरसे से होती रही है।
डॉ आरके मंधान, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल