JAMSHEDPUR: परसुडीह थाना अंतर्गत यशोदा नगर (तार गाछ) के पास रहने वाले शिव शंकर सिंह की गर्भवती पत्नी पत्नी कंचन देवी की मौत इलाज के दौरान हो गई। उन्हें डिलीवरी के लिए शुक्रवार की शाम को गो¨वदपुर स्थित दुर्गा क्लिनिक में एडमिट कराया गया था। कंचन की मौत के बाद परिजनों व ग्रामीणों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जनता मार्केट में जमकर बवाल काटा। जानकारी मिलते ही गो¨वदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। मरने से पूर्व महिला ने एक बेटे को जन्म दिया, जो स्वस्थ है। शिवशंकर सिंह का यह तीसरी संतान है।
यह है पूरा मामला
शुक्रवार की शाम करीब सात बजे शिवशंकर सिंह अपनी गर्भवती पत्नी कंचन देवी को गो¨वदपुर जनता मार्केट स्थित दुर्गा क्लिनिक में डिलीवरी कराने के लिए भर्ती किया। वहां डॉक्टर ने परिवार वालों से कहा कि नॉर्मल डिलीवरी का चार्ज 5000 और ऑपरेशन का खर्च 30 हजार रुपए बताया। दूसरे दिन शनिवार की सुबह डॉक्टर ने कहा कि नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं है ऑपरेशन करना ही पड़ेगा। इसके बाद परिवार वाले रुपए की व्यवस्था में लग गए। रविवार को ऑपरेशन से डिलीवरी हुई, च्सिमें बच्चा स्वस्थ था परंतु मां की स्थिति ठीक नहीं थी। ऑपरेशन के तुरंत बाद ही महिला को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। तथा कुछ समय बाद ही महिला की सांस थम गई। फिर वहां कोहराम मच गया। मृतक के परिवार वहां हंगामा करने लगे, धीरे-धीरे से अगल-बगल से लोग एकत्रित होने लगे। फिर माहौल को भांप कर क्लिनिक में तालाबंदी करते हुए डा। पीके गुप्ता, अरुण कुमार, आशा देवी आदि चलते बने। कुछ समय में वहां स्थानीय लोगों के अलावा कई राजनीतिक दल के नेता भी पहुंच गए। देखते-देखते वहां जनता मार्केट रोड जाम हो गया।
मेन रोड जाम
गो¨वदपुर जनता मार्केट का मुख्य रोड जाम हो गया। देखते-देखते वहां हजारों की भीड़ लग गई। मौके पर गो¨वदपुर थाने की पुलिस पहुंच कर पहले मामले को शांत कराया फिर महिला के शव को टेम्पो में रखकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम ले जाने लगी जिसका विरोध शुरू हो गया। मृतक के परिजन शव को वहां से ले जाने का विरोध करने लगे। गो¨वदपुर थाने की पुलिस के साथ वहां के स्थानीय लोग भी उलझ गए। लोगों का कहना था कि क्लीनिक संचालक डा। पीके गुप्ता को पहले यहां बुलाया जाए फिर उनसे मुआवजे की रकम वसूली जाए फिर आगे कोई काम होगा। यहां पहले भी दो-तीन मामले ऐसे ही घट चुके हैं। बस्तीवासियों के विरोध के आगे पुलिस को भी झुकना पड़ा तथा शव मेन रोड पर ऑटो में ही रखा रहा। वहां देर रात तक मुआवजे की मांग को लेकर लोग धरना-प्रदर्शन करते रहे। मौके पर टेल्को, गो¨वदपुर, परसुडीह थाने की पुलिस भी मौजूद रही।
क्लिनिक में की तोड़फोड़
क्लिनिक के डॉक्टर व कर्मचारी तालाबंदी कर वहां से फरार हो गए। फिर आक्रोशित बस्तीवासियों ने क्लिनिक में तोड़फोड़ की। कुर्सी-टेबुल को तोड़ दिया तो शीशे भी फोड़ दिए। मौके पर कांग्रेस नेता पारितोष सिंह, चंदन पांडेय, बबन राय समेत कई राजनीतिक दल के नेता मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।