JAMSHEDPUR: बागबेड़ा स्थित रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी में शिक्षक संतोष कुमार के घर की गई डकैती का मास्टरमाइंड उनका पड़ोसी शिबू ही निकला। शिबू ने ही अपने अन्य डकैत साथियों को इस बात की जानकारी दी थी कि शिक्षक का परिवार दो दिनों के लिए भुवनेश्वर गया है और यह डकैती डालने का सबसे सही समय है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद डकैती में शामिल आरोपितों ने पूरे कांड का खुलासा कर दिया है। शनिवार को वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनूप बिरथरे ने डकैती की पूरी घटना की जानकारी दी।
गौरतलब हो कि संतोष कुमार के घर पर 11 अगस्त की रात को पांच नकाबपोश डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था और आभूषण समेत लाखों के समान उड़ा ले गए थे। पुलिस ने मामले में बागबेड़ा आरपीएफ बैरक ट्रैफिक कॉलोनी निवासी विजय शर्मा, शिबू कुमार यादव, सुनील यादव, बागबेड़ा गाढ़ाबासा के सचिन महतो और टेल्को जेम्को आजाद बस्ती निवासी सुशील सिंह को गिरफ्तार किया है। इन्होंने घर पर शिक्षक के रिश्तेदार को बंधक बना आभूषण, लैपटाप समेत अन्य सामान लूट लिए थे। लूटे गए सामान को डकैतों ने बागबेड़ा सीपी टोला निवासी अरविंद प्रसाद को बेच दिए थे। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी निशानदेही पर सारा सामान बरामद किया गया है। इस मौके पर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, डीएसपी आलोक रंजन, बागबेड़ा थाना के इंस्पेक्टर मदन शर्मा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। गिरोह का मुख्य सरगना सुशील सिंह है, जो लूट-डकैती में 2010 में जेल जा चुका है। शिबू कुमार यादव उसका साथी है। जो शिक्षक का पड़ोसी है। विजय शर्मा और शिबू यादव ने सुशील सिंह को बताया कि शिक्षक परिवार के साथ दो दिन के लिए भुवनेश्वर गए हुए हैं। इसके बाद सभी ने मिलकर डकैती की योजना बनाई। विशाल शर्मा ने घटना के दिन शिक्षक के घर के बाहर रहकर रेकी करता रहा।
डंडे के सहारे टेबुल पर रखी चाबी निकाल ली
बाहर जाने के पहले शिक्षक ने घर की देखरेख की जिम्मेदारी मामा ससुर सुरेश दास को दी थी, जो घटना के समय घर में थे। सोने से पहले उन्होंने घर की चाबी टेबुल पर रख दी। खिड़की खुली हुई थी। घर में आगे की ओर से कूदकर घुसने वाले नकाबपोशों ने डंडे में लगे हुक के सहारे चाबी को बाहर निकाला। ताला खोलकर कमरे में घुस गए। मामा ससुर को बंधक बना लिया। हाथ-पैर बांध दिया। भुजाली का भय दिखा जान से मारने की धमकी दी। सीसीटीवी के तार, डीवीआर और पावर सप्लाई के तार काट दिये।
अलमारी के लॉक को रॉड फंसाकर तोड़ा
अलमीरा की लॉक को रॉड फंसाकर तोड़ दिया। इसके बाद लॉकर खोला। इसमें रखे आभूषण, वीडियो कैमरा, मोती का हार, लैपटाप समेत अन्य सामान ले लिया। घटना के बाद बड़े आराम से निकल गए। डकैती करने वालों के पास से एक लेजर लाइट भी बरामद किया गया है। डकैती करने वाले इसका उपयोग काम सफल होने का इशारा करने और रेकी में करते थे।
महिला कर्मचारी के घर लूट को दिया था अंजाम
एसएसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने जमशेदपुर के बर्मामाइंस में 30 सितंबर 2018 और बागबेड़ा रेलवे कॉलोनी में महिला रेल कर्मचारी अंजू पांडेय के घर हुई लूट में भी संलिप्तता थी। बर्मामाइंस सिक्यूरिटी फ्लैट से चुराए गए गहने को 40 हजार और महिला कर्मचारी के घर से मिले गहने को 30 हजार रुपये में सोनार अरविंद प्रसाद को बेचा था।
सीसीटीवी फुटेज से विजय शर्मा पकड़ा गया
घटना के बाद पुलिस ने शिक्षक के घर के आस-पास लगे सीसीटीवी को खंगाला। शक पर पुलिस ने विजय शर्मा और राहुल को पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ में विजय शर्मा टूट गया। उसने डकैती में शामिल सभी साथियों का नाम-पता पुलिस को बता दिया। इसके बाद एक-एक कर सभी पकड़े गए।
राउरकेला पुलिस आरोपितों को लेगी रिमांड पर
एसएसपी ने बताया कि गिरोह ने ओडिशा के राउरकेला, बंडामुंडा, झारसुगोड़ा के रेलवे कॉलोनियों में आपराधिक वारदात को अंजाम दिया है। राउरकेला एसपी से बातचीत हुई है। वहां की पुलिस टीम आरोपितों को रिमांड पर लेगी।
गिरोह के पास से बरामद सामान
लैपटाप, चार्जर, पीएसपी सोनी का, टीएसीएल का एचडी कैमरा, सीसीटीवी का डीवीआर, चांदा का एक जोड़ा पायल, 61 ग्राम गलाया हुआ चांदी, 100 ग्राम गलाया हुआ सोना, सोने का लॉकेट, चांदी का सिक्का, मोती का हार, हेक्सा ब्लेड, लोहे का रड, लोहे की सड़सी और भुजाली।