प्लाजा डोनेट करने के लिए टीएमएच ने जारी किया नंबर

टीएमएच नंबर : 0657-66441186

जमशेदपुर ब्लड बैंक नंबर : 0657-6642504

आंकड़ों पर एक नजर

1455 : पॉजिटिव मरीज अभी तक टीएमएच में हो चुके हैं भर्ती

920 : पॉजिटिव मरीज हो चुके हैं डिस्चार्ज

63 प्रतिशत है टीएमएच की रिकवरी रेट

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पूर्वी सिंहभूम में

1311 : पॉजिटिव मरीज जिले से हुए भर्ती

816 : पॉजिटिव मरीजों की हो चुकी है अस्पताल से छुट्टी

62.2 प्रतिशत रिकवरी रेट पूर्वी सिंहभूम जिले का

7.89 प्रतिशत है इस सप्ताह का रिकवरी रेट

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मौत के आंकड़े

71 मरीजों की अब तक टीएमएच में हो चुकी है मौत

60 मरीज है पूर्वी सिंहभूम के मरने वालों में

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आइटीपीसीआर टेस्ट

17155 आइटी-पीसीआर टेस्ट अब तक टीएमएच में हो चुके हैं

2466 पॉजिटिव रिपोर्ट आए

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बेड :

890 बेड टीएमएच की ओर से जीटी हॉस्पटल एक, तीन और चार व सोनेट होटल में संचालित

500 बेट नॉन कोविड मरीजों के लिए टीएमएच में है सुरक्षित

65 वेंटीलेटर अस्पताल में हैं गंभीर मरीजों के लिए

18 नए वेंटीलेटर मशीन जल्द पहुंच रहे हैं अस्पताल में

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जासं, जमशेदपुर : टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) अस्पताल के महाप्रबंधक डॉ। राजन चौधरी ने वैसे मरीजों को अपनी प्लाजमा डोनेट करने की अपील की है जो 28 दिन पहले आइटी-पीसीआर में पॉजिटिव थे लेकिन अब ठीक हो चुके हैं। उनका कहना है कि ऐसा कर वे गंभीर रूप से बीमार कोरोना मरीजों की जान बचा सकते हैं। टीएमएच प्रबंधन ने इसके लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किया, जिसमें फोन कर डॉक्टरों से संपर्क कर सकते हैं। टाटा मेन हॉस्पिटल ने शनिवार शाम टेली कांफ्रें¨सग के माध्यम से डॉ। राजन चौधरी ने यह अपील की। बकौल डॉ। चौधरी, हमारे लिए यह समय बहुत ही मुश्किल भरा है। दिनो-दिन गंभीर और बाइलेट्रल मरीजों (जिनके दोनों फेफड़ों में संक्रमण फैल चुका है और सांस लेने में तकलीफ हो रही है) की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में प्लाजमा थैरेपी से उनकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि अभी तक हम तीन गंभीर मरीजों को प्लाजमा चढ़ा चुके हैं और उनकी स्थिति पहले से बेहतर है। लेकिन हमें और च्लाजमा की जरूरत हैं इसलिए इच्छुक वैसे मरीज अपना प्लाजमा डोनेट कर सकते हैं जो पॉजिटिव होने के बाद ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्लाजमा थैरेपी सबसे पहले दिल्ली में शुरू हुआ और टीएमएच, रांची के बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक में यह सुविधा शुरू हो चुकी है। डॉ। चौधरी ने बताया कि टीएमएच वर्तमान में गंभीर मरीजों के लिए रेमेडीसविर और फेविपिरवीर जैसी दवा का इस्तेमाल कर रहा है। जल्द ही डॉक्सीलाइन व एक अन्य दवा का इस्तेमाल करेगा।

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प्लाजमा डोनेट के करने के लिए आवश्यकता

-जो आइटी-पीसीआर टेस्ट में 28 दिन पहले पॉजिटिव थे लेकिन अब ठीक हैं।

-उनकी उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच हो।

-गर्भवती को छोड़कर कोई भी महिला या पुरुष कोई भी प्लाजमा डोनेट कर सकते हैं।

-वजन 50 किलोग्राम से कम नहीं हो।

-किसी तरह की गंभीर बीमारी न हो।

-हेमोग्लोबिन 12 से अधिक हो।

30 से 45 मिनट का लगता है समय

डॉ। चौधरी ने बताया कि प्लाजमा डोनेट करने में 30 से 45 मिनट का समय लगता है। जैसे रक्तदान करते हैं उसी तरह प्लाजमा डोनेट करने की भी अपनी प्रक्रिया है। इसमें बस मशीन द्वारा सिर्फ प्लाजमा लेकर दूसरे सच्ल्स वापस शरीर में भेज दिया जाता है। इच्छुक डोनर चाहे तो टीएमएच या जमशेदपुर ब्लड बैंक के लिए जारी नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

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टिनप्लेट व आइ हॉस्पिटल में भी कोविड सुविधा

डॉ। चौधरी ने बताया कि टीएमएच के अलावे टिनप्लेट हॉस्पिटल में 60 और साकची स्थित आइ हॉस्पिटल में 35 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखे गए हैं। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई है। टिनप्लेट हॉस्पिटल में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज पहुंच भी चुका है।

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पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से बचे

टीएमएच महाप्रबंधन ने सभी शहरवासियों से अपील की है कि वे किसी भी पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से बचे। किसी वैवाहिक समारोह या आयोजनों में व भीड-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचे। जो भी पॉजिटिव मरीज मिले हैं उन्होंने बताया कि वे किसी शादी समारोह में गए थे और वहां से घर आकर पॉजिटिव हो गए। ऐसे मरीज अपने साथ अपने परिवार, दोस्त और आसपास के लोगों को भी संक्रमित करते हैं।

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बढ़ रहे हैं बाइ लेटरल केस

डॉ। राजन चौधरी ने बताया कि पहले शहर में एसिम्टोमैटिक फिर सिमटोमैटिक के बाद अब बाइ-लैटरल मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे मरीजों के दोनो फेफड़े कोरोना वायरस की वजह से संक्रमित हो चुके होते हैं जिसके कारण उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को किडनी, मधुमेह व रक्तचाप संबंधी समस्या होती है वे जल्दी रिकवर नहीं कर पाते और गंभीर स्थिति में आने पर उनकी मौत भी हो रही है।

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