JAMSHEDPUR: साइबर अपराध शाखा बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने साइबर ठग गिरोह के सदस्य कुलजीत सिंह को गुरुवार रात गिरफ्तार किया है। वह गोलमुरी टूइलाडूंगरी का निवासी है और एबीएम कॉलेज में इंटर का छात्र है। पूछताछ में उसने अपनी और गिरोह की गतिविधि की जानकारी उपलब्ध कराई हैं.उसकी निशानदेही पर बैंक के कई खाता और मोबाइल बरामद किए गए हैं जिनमें मो। युनूस, मो। हसन, मो। आरिफ, जेम्स एलेक्जेंडर के नाम से खाता और पैन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
दिया था प्रलोभन
गिरोह के सरगना आरिफ की तलाश है जिसने कम मेहनत पर बहुत पैसा कमाने का झांसा देकर गिरोह में उसे शामिल करवाया। उसने बताया वह रुपए और घर बनाने का प्रलोभन देकर भोले-भाले लोगों से बैंकों में खाता खुलवाता था। पूरा विवरण आरिफ ओर अवतार सिंह को उपलब्ध कराता था। राजा सिंह उसके साथ रहता था। ओलेक्स पर सामान बेचने और खरीदने को पहले अग्रिम पेमेंट और कुल भुगतान के नाम पर क्यूआर कोड भेजकर लोगों के एकाउंट से रुपये की निकासी किए जाने और नौकरी के नाम पर लोगों से फार्म भरने का शुल्क मांगने को लेकर पेमेंट ¨लक भेजकर लोगों से ठगी करते हैं। विभिन्न कंपनी फोन पे पर कैश बेक के नाम पर भी ठगी की जाती थी। गिरोह का कार्यक्षेत्र सरायकेला-खरसावां, चाईबासा और रांची है। कुलजीत सिंह ने अपने मित्र गौरतलब हैं तीन नवंबर को साइबर अपराध शाखा की पुलिस ने साइबर ठग राहुल कुमार केसरी को गिरफ्तार किया था।
दोस्त के खाते से मंगवा रहा था रुपए
सिदगोड़ा थाना क्षेत्र बारीडीह निवासी कुलजीत सिंह ने अपने मित्र द्वारिक विश्वास के बचत खाता पर ठगी के रुपये मंगवा रहा था। खाते में काफी ट्रांजेक्शन हो रहा था। जिसकी जानकारी द्वारिक की मां को बैंक खाता के अपडेट कराने पर मिली। बैंक खाता का गलत इस्तेमाल किए जाने के कारण उसने इसकी शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई। कुलजीत सिंह पकड़ा गया।
ट्रक ड्राइवर हैं पिता
कुलजीत सिंह के साथ ठगी में गोलमुरी टूइलाडूंगरी बजरंग नगर के मो। आरिफ, अवतार सिंह, राजा सिंह शामिल हैं। आरिफ और अवतार को साइबर अपराध की पूरी जानकारी है। गिरोह का कार्य क्षेत्र सरायकेला, चाईबासा एवं रांची है। कुलजीत ने बताया वह विगत मार्च में गिरोह में शामिल हुआ था। उसके पिता ट्रक चालक हैं।
बारीडीह एसबीआइ में खाता खुलवाया
कुलजीत ने बताया द्वारिक विश्वास को विगत जुलाई में रुपए का प्रलोभन देकर बारीडीह एसबीआइ शाखा में खाता खुलवाया। खाता और एटीएम का फोटो खींचकर आरिफ और अवतार सिंह को दिया। साइबर अपराध में ठगी किए गए रुपए को द्वारिक विश्वास के खाते में 28 अगस्त से 4 नवंबर तक कुल चार लाखा 61 हजार रुपए क्रेडिट करवाएं। इसके बाद पेटीएम और अन्य माध्यम से रुपए की निकासी गिरोह के सदस्य कर लेते थे। मार्च से अब तक उसे और उसके मित्र राजा सिंह को 52 हजार रुपये हिस्से में मिले। आरिफ और अवतार सिंह को कई मोबाइल, सिम कार्ड, कई बैंक खाता और एटीएम कार्ड हैं जिसका उपयोग साइबर ठगी में करते है। 9798704009 और 8797019438 मोबाइल सिम का उपयोग साइबर ठग करते हैं। इसे पुलिस ने जब्त किया।