जमशेदपुर : वेल्डिंग के क्षेत्र में लेजर क्लेडिंग तकनीक मील का पत्थर साबित होगी। यह तकनीक मशीन किसी भी डाई को चंद मिनट में रिपेयर कर देगी। बिष्टुपुर स्थित बेल्डीह क्लब में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेल्डिंग के जमशेदपुर चैप्टर द्वारा दो दिवसीय वार्षिक सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर लेजर क्लेडिंग की नई तकनीक पर प्रस्तुति देते हुए रामकृष्ण फोर्जिग लिमिटेड (आरकेएफएल) के बबलू निराला ने यह जानकारी दी। ये कंपनी ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए कई तरह के उपकरण बनाती है। निराला ने बताया कि कंपनी ने पिछले दिनों ही पांच करोड़ की लागत से लेजर क्लेडिंग वाली नई मशीन खरीदी है, जो पूरी तरह से ऑटोमैटिक है। यह किसी भी तरह के डाई को चंद मिनट में रिपेयर कर देती है। उन्होंने बताया कि यह मशीन अपने आप ही किसी भी साइज के डाई को स्कैन करती है। फिर इसका रॉबोटिक प्रोग्राम बनाती है और बहुत तेजी से बिना किसी विकृति (डिस्टोरशन) के उसे ठीक कर देती है। इस मशीन के आने से पहले जब किसी उपकरण का डाई टूटता था तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता था।