छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार मानगो निवासी मौलाना कलीमुद्दीन एटीएस (झारखंड) की पूछताछ में अलकायदा के झारखंड कनेक्शनके बारे में कई जानकारी उपलब्ध कराई है। उसने संगठन को आर्थिक सहायता देने वाले सफेदपोशों और कोल्हान से लेकर प्रदेश के अन्य इलाकों से जुड़े सदस्यों के बारे में कई राज उगले हैं। उसने अपने बेटे हुजैफा के कोलकाता स्थिथ ठिकाने के बारे में भी बताया है। अब कोलकाता एटीएस उसकी तलाश कर रही है। उसने बताया कि तिहाड़ जेल में बंद जमशेदपुर बिष्टुपुर के धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी और ओडिशा से गिरफ्तार अब्दुल रहमान कटकी उसके मुख्य सहयोगी रहे हैं। टीम ने कलीमुद्दीन के पारिवारिक और व्यक्तिगत पृष्ठभूमि को भी खंगाला है। उसने बताया कि फरारी के दौरान वह कोलकाता में रह रहा था। एटीएस के सूत्रों की मानें तो कलीमुद्दीन ने जितनी जानकारी दी है, उससे अब कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। बताते चलें कि टाटानगर स्टेशन से गिरफ्तार किए जाने के बाद मौलाना कलीमुद्दीन को झारखंड एटीएस ने सात दिन की रिमांड पर ले रखा है। सोमवार को उसकी रिमांड अवधि पूरी हो जाएगी।
जीशान का भाई अर्सियान तुर्की में
कलीमुद्दीन ने एटीएस टीम को बताया कि तिहाड़ जेल में बंद जमशेदपुर के मानगो निवासी जीशान अली का भाई आर्सियान भी संगठन से जुड़ा था। अभी वह तुर्की में है। जीशान और आर्सियान 2008 को जमशेदपुर से बेंगलुरु गए थे। इसके बाद दोनों का पता नहीं चला था। झारखंड के चतरा निवासी अबू सुफियान जेहादी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गया था। ट्रेनिंग के बाद वह नही लौटा। उससे उसकी मुलाकात नहीं हुई। अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में ही जीशान अली जेल में है। जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद बिष्टुपुर रज्जाक कॉलोनी निवासी अहमद मसूद अकरम शेख उर्फ मसूद उर्फ मोनू 2011 में जेहादी ट्रेनिंग कर चुके हैं। 2003 से वह उसे जानता है। ओडिशा के अब्दुल रहमान कटकी से उसके मानगो आवास में अब्दुल सामी, मसूद अकरम समेत अन्य मिलते थे।
दिल्ली पुलिस कर सकती पूछताछ
मौलाना कलीमुद्दीन से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पुलिस पूछताछ कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अलकायदा से जुड़े अब्दुल सामी और अब्दुल रहमान कटकी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ही गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की सूचना पर मसूद अकरम और नसीम की गिरफ्तारी जमशेदपुर की पुलिस ने 25 जनवरी 2016 को की थी। कलीमुद्दीन से बंगाल, झारखंड, ओडिशा और आंध्र प्रदेश की एटीएस पूछताछ कर चुकी है। कटकी का कलीमुद्दीन करीबी रहा है।