स्न्क्त्रन्ढ्ढयश्वरुन् : नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बामनी गांव में 23 अप्रैल को लगे मेले को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत नियंत्रित करने पहुंची नीमडीह पुलिस प्रशासन बल के साथ ग्रामीणों की हुई क्षेत्र चर्चित झड़प के मामले में आरोपी आजसू पार्टी के केंद्रीय सदस्य और इचागढ़ विधान सभा से पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी रहे हरे लाल महतो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी के तहत जिले के 9 थानों के अधिकारी और पुलिस बल के संयुक्त अभियान के तहत हरे लाल महतो की गिरफ्तारी शनिवार की तड़के प्रात: पश्चिम बंगाल के दीघा से की गई बताया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस संरक्षण में हरे लाल महतो को मेडिकल जांच के लिए सरायकेला सदर अस्पताल लाया गया। और मेडिकल जांच के उपरांत न्यायालय में प्रस्तुत करते हुए हरे लाल महतो को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

चाक-चौबंद व्यवस्था

हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी के तहत हरे लाल महतो के सरायकेला सदर अस्पताल पहुंचने से पूर्व सदर अस्पताल कैंपस को लगभग पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। जहां सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल ने किसी भी संभावित उपद्रव से निपटने को लेकर मुस्तैद दिखी। पुलिस संरक्षण में हरे लाल महतो के सदर अस्पताल पहुंचते ही मेडिकल जांच होने तक सदर अस्पताल के गेट को बंद रखा गया। जिसमें चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों सहित स्वास्थ्य जांच के लिए आने जाने वालों की ही अनुमति रही। इस दौरान दर्जनों की संख्या में पार्टी एवं हरे लाल महतो के समर्थक सदर अस्पताल गेट के बाहर इकट्ठा होकर नारे लगाते रहे। तकरीबन आधे घंटे तक चले मेडिकल जांच के बाद हरे लाल महतो को पुलिस संरक्षण में न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

यह था पूरा मामला

नीमडीह प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार की शिकायत पर दर्ज कराए गए मामले में बताया गया था कि कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर वे चालियामा गांव गए हुए थे तभी दिन के तकरीबन 11 बजे सूचना मिली की बामनी गांव में मेला का आयोजन किया जा रहा है। जहां तकरीबन 500 व्यक्ति जमा है और कोई भी व्यक्ति कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहा है। जिससे वहां कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा है। जिस पर समझाने की ख्याल से वे बामनी गांव मेला स्थल दुर्गा मंदिर के प्रांगण में पहुंच कर आयोजक कमेटी के सदस्यों की खोजबीन कर रहे थे। तभी बामनी गांव का ही तारा शंकर सिंह पात्र उर्फ बुलबुल सिंह पात्र अपने साथ अन्य 20-25 लड़कों के साथ उग्र होकर आया और हंगामा करते हुए घेर लिया। और कहने लगे कि यह मेला हम लोगों का सलाना मेला है। जो हर साल मनाते हैं और मनाएंगे। हरेलाल महतो ने इसका उद्घाटन किया है और उसी के सहयोग से मेला शुरू हुआ है। तथा उन्हीं के कहने पर बंद होगा। इसमें प्रशासन का कोई रोल नहीं है। तारा शंकर सिंह पात्र और उसके साथियों के तेवर को देखते हुए सभी मेले से किनारे आ गए और सहयोग के लिए नीमडीह थाना प्रभारी को सूचना दी गई करीब 1 घंटे बाद सशस्त्र पुलिस बल के साथ नीमडीह थाना प्रभारी के पहुंचने पर दोनों द्वारा मिलकर उन उन लोगों को कोविड-19 नियमों का पालन करने एवं मेला कार्यक्रम को बंद करने का आग्रह किया गया। जिस पर तारा शंकर सिंह पात्र अपने 39 नामजद सहयोगी और अन्य 20-25 अज्ञात ग्रामीण लाठी डंडा पत्थर से लैस होकर पुलिस पार्टी सहित सभी के ऊपर ताबड़तोड़ जानलेवा हमला बोल दिए। जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी को बाए हाथ में चोट लगी, जबकि थाना प्रभारी अली अकबर खान के सिर में और सहायक अवर निरीक्षक लखन उरांव के सिर एवं चेहरा में, सहायक अवर निरीक्षक अमर कुमार, सहायक अवर निरीक्षक अमरेंद्र गौतम सहित अन्य भी घायल हो गए थे। जिसे लेकर मामला दर्ज कराया गया था।

कार्यकर्ताओं में दिखा रोष

आजसू पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय कुमार महतो सहित उपाध्यक्ष अजय कुमार साहू, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष कार्तिक का¨लदी, जिला कोषाध्यक्ष झागु गोराई एवं रेंगो गोप तथा देवराज महतो ने हरे लाल महतो की गिरफ्तारी को एक राजनीतिक गिरफ्तारी और राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष और गहनता से जांच की जाए। और हरे लाल महतो की मामले से रिहाई की जाए। अन्यथा की स्थिति में इचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में उग्र आंदोलन हो सकता है।