JAMSHEDPUR: बिरसानगर स्थित बैकुंठपुर, लालटांग गांव में सरकारी जमीन पर घर बनाकर रहे रहे लोगों के घर गिराये जाने के विरोध में लोगों ने सीएम रघुवर दास के आवास का घेराव किया। लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम आवास की सुरक्षा टाइट कर दी गई है। अभियान में कांग्रेस, जेएमएम और विकास मोर्चा के नेता सहयोग कर रहे है। भीड़ को बढ़ते देख सिटी एसपी प्रभात कुमार ने दो सौ मीटर पहले ही बेरीकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। जिससे गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की।
रोड पर ही बैठ गए
सुबह लगभग 7.30 बजे बस्ती के लोग कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दुबे के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के लिए निकले। लगभग 8.30 बजे पैदल मार्च करते हुए लगभग दो हजार लोग एग्रिको गोलचक्कर पहुंचे। यहां सिटी एसपी ने उन्हें मुख्यमंत्री आवास जाने से रोक दिया। लोग सड़क पर ही बैठ गए और मुख्यमंत्री के आप्त सचिव मनींद्र चौधरी को बुलाने की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों के साथ झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह भी थे। यहां जब चौधरी आए तो प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता आनंद बिहार दुबे ने उनसे बात की। पूछा कि आखिर किसके आदेश पर लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं और बेघर किया जा रहा है। मनींद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है और अब किसी का घर नहीं तोड़ा जाएगा। तो मांग हुई की यही बात उपायुक्त या एसडीओ से कहलवाई जाए। एसडीओ ने घोषणा की कि अगले 15 दिनों तक कोई अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री, जिले के अधिकारियों और बस्ती के लोगों से बात की जाएगी, उसके बाद ही कोई निर्णय होगा। इसके बाद जाकर प्रदर्शन समाप्त हुआ।
यह कैसी बिडम्बना
बस्तीवासियों के साथ प्रदर्शन कर रहे झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा कि बिडम्बना है जिस क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री को पांच बार जनप्रतिनिधि बनाया, आज उन्हीं के क्षेत्र में पुलिस का तांडव मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने एसडीओ से पूछा कि गरीब के मकान को आखिर किसके ऑर्डर से तोड़ा जा रहा है? एक तरफ जिला प्रशासन कहता है कि कोई बना हुआ मकान नहीं टूटेगा तो दूसरी तरफ मकानों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। अभय ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक ने कहा कि हमें 30 एकड़ जमीन को वहां अतिक्रमण मुक्त कराना है। कुल 130 एकड़ जमीन की आवश्यकता है प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए। अब गौर करने वाली बात है कि जब 30 एकड़ जमीन के लिए बुलडोजर चल रहा तो 130 एकड़ जमीन के लिए क्या पूरा बिरसानगर उजड़ेगा?
38 एकड़ सरकारी जमीन
बताते चलें कि बिरसानगर के बैकुंठपुर, लालटांग गांव की सरकारी जमीन पर भू माफियाओं ने कब्जा कर सस्ते दामों पर लोगों को बेच दी थी। जिसपर लोग अपने मकान बनाकर रहे रहे थे। शहर में 32000 प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए जिला प्रशासन ने 38 एकड़ सरकारी जमीन नगर विकास विभाग को दे दी है। लोगों द्वारा इस जमीन पर मकान बनाने पर एक सप्ताह पहले एसडीओ के नेतृत्व में टीम ने मकानों को खाली कराकर गिरा दिया था। जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने विधायक प्रतिनिधि से मुलाकात कर सीएम से अभियान रोकने की गुजारिश की थी। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सीएम रधुवर दास ने कहा था जिन मकानों में लोग निवास कर रहे हैं, वह नहीं तोड़े जाएंगे लेकिन सोमवार को घर गिरा दिया गया। पुलिस की मुस्तैदी के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए।