CHAIBASA होली के त्योहार के तीन दिन पहले पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के दौरान एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने कराईकेला थाना क्षेत्र के बनरागढ़ा वन ग्राम की पहाडि़यों में छिपकर बैठे माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य ठाकुरा गागराई उर्फ रामसिंह गागराई को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उससे क्षेत्र में सक्रिय जीवन कंडुलना व सुरेश मुंडा के माओवादी दस्ते के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। शनिवार को चाईबासा में पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने गिरफ्तार माओवादी को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कर इसका खुलासा किया। एसपी ने बताया कि हम लोगों को माओवादी संगठन के सदस्यों की कराईकेला के बनरागढ़ा वनग्राम की पहाडि़यों में छुपे होने की गुप्त सूचना मिली थी।
छापामारी दल गठित
सूचना के सत्यापन के लिए सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमांडेंट के साथ मिलकर एक छापामारी दल का गठन किया गया। इसमें द्वितीय कमान अधिकारी राजू डी। नायक, अपर पुलिस अधीक्षक प्रणव आनंद झा, एसडीपीओ नाथु सिंह मीणा, सहायक कमांडेंट धीरेंद्र पाठक, सोनुवा थाना प्रभारी कुलदीप कुमार व सशस्त्र बल शामिल थे। उग्रवादियों के विरुद्ध विशेष छापामारी अभियान में पापरीदा, कुरजुली, जोजोड़ा, बनरागढ़ा आदि क्षेत्र में पहुंचे। बनरागढ़ा के पहाड़ी पर पहुंचने पर पुलिस बल को देखकर एक व्यक्ति भागने लगा। पुलिस बल ने पीछा कर उसे पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम ठाकुर गागराई उर्फ रामसिंह गागराई बताया। वो कराईकेला के इंद्रवा गांव का रहने वाला है।
कर रहा था निगरानी
बताया कि वो जीवन कंडुलना, सुरेश मुंडा तथा अन्य माओवादी दस्ता द्वारा दिये गये निर्देश पर पुलिस की गतिविधियों की निगरानी कर रहा था। एसपी ने बताया कि चक्रधरपुर अनुमंडल क्षेत्र में वो 11 उग्रवादी कांडों में संलिप्त रहा है। 28 फरवरी 2020 को पोड़ाहाट के समीप विकास कार्य रोकने के लिए मशीन में आग लगाने के प्रयास में उसकी संलिप्तता थी। वो नक्सली संगठन के लिए लेवी वसूलने का भी काम करता था।