जमशेदपुर (ब्यूरो) । आदित्यपुर और गम्हरिया में सड़कें किस कदर खतरनाक हो गई हैं, इसका अंदाजा यहां होने वाली दुर्घटनाओं से लगाया जा सकता है। आए दिन कई छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिसका किसी को पता भी नहीं चलता और यही कारण है कि इसकी रोकथाम की दिशा में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हालांकि, सबको मालूम है कि इन दुर्घटनाओं का एकमात्र कारण यहां की सड़कें और उसपर लगने वाला जाम है और यह जाम केवल और केवल प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता से ही लग रहा है।
रोज लगती हैं दुकानें
दैनिक जागरण- आईनेक्स्ट लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है। सड़क पर दुकानें सज रही हैं। सुबह 7 बजे से ही सब्जी विक्रेता रोड पर अपनी दुकानें लगा देते हैं, जिससे प्रतिदिन जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इतना ही नहीं सर्विस रोड के साथ ही टोल रोड पर भी पार्किंग होती है। लोग बाइक ही नहीं अपनी कार भी रोड पर ही पार्क कर देते हैं, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी होती है।
पार्किंग के कारण दुर्घटना
रोड पर पार्किंग और दुकानें सजने का परिणाम है कि यहां अक्सर दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं, लेकिन किसी को भी इसकी परवाह नहीं है। इस रोड जाम के कारण आज सुबह गम्हरिया लाल बिल्डिंग चौक के पास सड़क दुर्घटना हई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। यह तो गनीमत रही कि उसे ज्यादा चोट नहीं आयी, अन्यथा स्थिति विपरीत हो सकती थी।
ट्रक चालक ने मारी टक्कर
बताते हैं कि एक व्यक्ति स्कूटी से जा रहा था। रोड पर दुकानें सजी थीं। इस बीच एक ट्रक चालक ने स्कूटी को ठोकर मार दी। ठोकर लगते ही स्कूटी सवार गिर पड़ा। हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आयी। स्थानीय लोगों ने घाटल को उठाकर एक तरफ किया और ट्रक के आगे आई स्कूटी को निकाला। इस बीच मौका देखकर ट्रक चालक वहां से भाग निकला।
जाम का नहीं परवाह
आदित्यपुर से लेकर गम्हरिया तक रोड की स्थिति ऐसी है कि लगता ही नहीं कि इस सड़क को करोड़ो रूपए खर्च कर बनाया गया है, क्योंकि लोगों ने पूरे रोड को ही कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया है। पूरे रोड के किनारे कचरों का अंबार पड़ा है। नगर निगम रोड पर दुकान लगाने वालों को जगह तो नहीं दे रहा, वहीं कचरों की सफाई भी नहीं कराई जा रही है। इससे क्षेत्र की छवि भी खराब हो रही है। किसी भी नेता या स्थानीय जन प्रतिनिधि को भी इसकी परवाह नहीं है।
शहर में जाम और गंदगी के कारण आधा रोड तो ऐसे ही भरा रहता है। ऐसे स्थानों से अतिक्रमण हटाने के लिए मजिस्ट्रेट चाहिए। अगर मजिस्ट्रेट मिलेगा तो जाम हटाया जाएगा।
सुषमा कुमारी, ट्रैफिक थाना प्रभारी