छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : ऑल इंडिया संताली फिल्म एसोसिएशन (आइस्फा) की ओर से आयोजित प्रथम आदिवासी लघु फिल्म महोत्सव के तहत रविवार को फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें ज्यूरी सदस्यों ने महोत्सव में शामिल कुल आठ फिल्मों का आंकलन किया। फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी स्क्रीनिंग का उद्घाटन फिल्म निर्देशक प्रबल महतो ने किया।
संस्कृति का आदान-प्रदान
आइस्फा के प्रथम आदिवासी लघु फिल्म महोत्सव की ज्यूरी स्क्रीनिंग के मौके पर आइस्फा अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि आदिवासी लघु फिल्म महोत्सव आयोजित करने का मकसद देश की छुपी हुई आदिवासी दुनिया को सामने लाना है। लघु फिल्म निर्माण में काफी कम खर्च से ही समाज को संदेश दिया जा सकता है। फिल्म के माध्यम से भाषा-संस्कृति का आदान-प्रदान आसानी से किया जा सकता है।
झारखंड में काफी संभावनाएं
उन्होंने कहा कि झारखंड में फिल्मों की काफी संभावनाएं हैं, इसे और बढ़ावा दिये जाने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि फिल्मकारों की हितों को ध्यान में रखकर फिल्म नीति बनाई जाए, ताकि यहां के कलाकारों व युवाओं को रोजगार मिल सके।
रविवार को ज्यूरी स्क्रीनिंग में संताली, हो, राड़ बांग्ला के कलाकार भी उपस्थित थे। इसके अलावा दशरथ हांसदा, सुरेंद्र टुडू, सागेन हांसदा, धानू मुर्मू, गंगारानी थापा, बीर बाहा हांसदा आदि उपस्थित थे।
ये फिल्में दिखाई गई
बंधू, अहसास, अहाना, मिशन ऑपरेशन, इ†ाक् उमूल, ओलोढ में बाबू, काथा दोहो।
नेशनल यूथ फेस्टिवल असम में
अंतर विश्वविद्यालय 31वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव तेजपुर विश्वविद्यालय असम में तीन से सात जनवरी तक आयोजित होगा। इस महोत्सव में कोल्हान विश्वविद्यालय की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु एलबीएसएम कॉलेज के डा। आरके चौधरी (एनसीसी अधिकारी) को को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है। इस बाबत कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डा। आरपीपी सिंह के आदेश पर डीएसडब्ल्यू ने अधिसूचना जारी कर दी है। ज्ञात हो कि डा। चौधरी के नेतृत्व में पिछले राष्ट्रीय युवा महोत्सव में केयू ने लोकनृत्य में तृतीय व क्ले मॉडलिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।