JAMSHEDPUR: टाटा ब्लूस्कोप कर्मियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 में 13.58 फीसद बोनस मिलेगा। इसे लेकर गुरुवार को काफी मशक्कत के बाद प्रबंधन-यूनियन के बीच समझौता हो गया। समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को न्यूनतम 19,630 व अधिकतम 45,385 रूपए मिलेंगे। दिसंबर महीने में बोनस को लेकर फार्मुला बनाया जाएगा। दो दिन के अंदर कर्मचारियों के बैंक खाते में यह बोनस राशि भेज दी जाएगी। बीते साल 2018-19 में कर्मचारियों को 15.1 फीसद बोनस मिला था। इस साल भी बीते साल की भांति 33 लाख रुपए बोनस मद में मिला है। कंपनी के 104 स्थायी कर्मचारियों के बीच यह राशि वितरित होगी।
इन्होंने किया हस्ताक्षर
वहीं समझौते पत्र पर प्रबंधन पक्ष से एमडी रितेन चौधरी, चीफ ऑपरे¨टग डा। आशीष भादुड़ी, चीफ एचआर-आईआर अनिता, जे। माथव, राजेश कुमार त्रिपाठी, हेड फिनांस पीयूष कुमार, यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय,वर्किग प्रेसीडेंट बिजय खान, डिप्टी प्रेसीडेंट कमलेश साहु, उपाध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव, महामंत्री संजय सिंह, संयुक्त महामंत्री हुसैन कादमी, कोषाध्यक्ष हेमंत भाकुनी, कमेटी मेंबर अनुपम सिंह, टीकाचंद दीव, संतोष साहु, निशांत गौतम आदि हस्ताक्षर की।
टिमकेन में अब तक बोनस समझौता नहीं
टिमकेन इंडिया लिमिटेड में अब तक बोनस समझौता नहीं हो पाया है। टिमकेन में फार्मूला के पेंच में बोनस फंस गया है। इधर बोनस पर प्रबंधन-यूनियन की बीच वार्ता भी बंद है। यूनियन 20 फीसद की मांग पर अड़ी हुई है जबकि प्रबंधन अब फार्मूला बनाने के बाद समझौते की बात करने लगा है। इधर, बोनस में विलंब होने से कर्मचारियों में असंतोष का माहौल बढ़ते जा रहा है। एक तो कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन 40 माह से लंबित है, कई दौर की वार्ता के बावजूद समझौता नहीं हो पाया है। वैसे ही अब बोनस में विलंब होने की वजह से कर्मचारियों की परेशानी और बढ़ गई है। कर्मचारी अपने यूनियन नेता पर दबाव बनाना शुरू कर दिए हैं, तो यूनियन भी समय रहते समझौते करने की बात कर रही है। कंपनी की मान्यता प्राप्त टिमकेन वर्कर्स यूनियन का कहना है कि बीते साल कंपनी को जब 223 करोड़ के मुनाफे पर 19 फीसद बोनस मिला है तो वित्तीय सत्र 2019-20 में कंपनी तीस साल का रिकार्ड तोड़ते हुए 306 करोड़ की मुनाफा में हैं, ऐसे में बीस फीसद बोनस तो मिलना ही चाहिए।