JAMSHEDPUR: टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में नवंबर में 11 हजार तक चेसिस निकालने का लक्ष्य रखा गया है। प्लांट में एक दिन में 400 से ज्यादा गाडि़यां बनाई जा रही हैं। अक्टूबर में 10 हजार वाहन बने। इधर, रविवार को भी कंपनी में आम दिनों की तरह कामकाज हुआ। कंपनी में 400 से ज्यादा वाहन बने तथा 350 गाडि़यों की बुकिंग की गई।
शिफ्ट का समय बदला
टाटा मोटर्स में रविवार से शिफ्ट का समय बदल गया। कर्मचारी नए समयानुसार शिफ्ट में पहुंचकर ड्यूटी किए। कर्मचारी ए शिफ्ट में सुबह 5. 45 बजे ड्यूटी पहुंचे और दोपहर 2.15 बजे उनका शिफ्ट समाप्त हुआ। बी शिफ्ट में भी कर्मियों ने दोपहर 2.15 बजे से रात 10.45 बजे और नाइट शिफ्ट रात 10. 45 से सुबह 5.45 बजे तक मात्र सात घंटे तक कार्य किए। जबकि जनरल शिफ्ट के कर्मचारियों ने रविवार से ही सुबह 8.30 से शाम 5 बजे तक कार्य किया। शिफ्ट विरोध को लेकर कैंटीन बहिष्कार की हवा देने वालों पर कंपनी की खुफिया विभाग की नजर रही। कंपनी के अंदर इन व आउट पंच पर सुरक्षा कर्मी तैनात दिखे। प्रबंधन का कहना है कि ओवर लैपिंग को रोकने के लिए कंपनी की ओर से ड्यूटी के समय में बदलाव किया गया है। कंपनी के मदर प्लांट को छोड़ अन्य प्लांटों में भी ड्यूटी का यही समय है।
अस्थायी कर्मियों की मेडिकल जांच आज से
टाटा मोटर्स में हाल ही में बाइ सिक्स से स्थायी हुए 305 कर्मचारियों की मेडिकल जांच सोमवार से शुरू होगी। पहले दिन 15 बाइ सिक्स की टाटा मोटर्स अस्पताल में जांच होगी। जांच कराने वाले बाइ सिक्स कर्मियों ने रविवार को लेबर ब्यूरो स्थित सीईबी (सेंट्रल इम्प्लाइमेंट ब्यूरो) कार्यालय में रिपोर्ट किया। सभी बाइ सिक्स को पांच पासपोर्ट साइज फ ोटो, पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर सहित अन्य कागजात लाने को कहा गया है। स्थायी होने वाले कर्मियों की मेडिकल जांच 15-15 की ग्रुप में छह दिसंबर तक होगी।