इसी भूकंप में जापान के फूकुशिमा डाइची परमाणु केन्द्र को गंभीर नुकसान पहुंचा. प्लांट से परमाणु विकिरण लीक होने की सूचना के बाद इलाके में रह रहे हजारों लोगों को दूसरे जगह पहुंचा दिया गया था.
इस दिन को याद करने के लिए रविवार को जापान में सभाएं रखी गई है, साथ ही पिछले साल भूकंप जिस समय आया था ठीक उस समय एक मिनट का मौन भी रखा जाएगा.
टोक्यो के नेशनल थिएटर में मुख्य राजकीय सभा आयोजित की जा रही है, जिसमें जापान के सम्राट अकिहितो और प्रधान मंत्री योशिहिको नोडा शामिल होंगे.
रविवार को जापान के उत्तर-पूर्वी इलाके में चेतावनी के सायरन बजाए जाएंगे और साथ ही देश भर में प्रार्थना सभाएं की जाएंगी. गौरतलब है कि टोक्यो के उत्तर-पूर्व के 400 किलोमीटर में फैले इलाके में स्थानीय समय दोपहर के दो बजकर 46 मिनट पर 11 मार्च, 2011 को भूकंप आया जिससे देश को जान- और माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा.
भूकंप के थोड़ी ही देर बाद आई सुनामी से उत्तर पूर्व के तटीय इलाके पूरी तरह से तहस नहस हो गए. समुद्री पानी के तेज बहाव के आगे पुल, सड़कें, इमारतें, गाड़ियां जो भी आई वो बह गई. जापान पर पड़ी इस दोहरी मार में 15,700 से ज्यादा जाने चली गई और करीब 4500 लोगों के बारे में अब तक पता नहीं चल पाया.
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