मुंबई (पीटीआई)। कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव पर दही हांडी फोड़ने का काफी चलन है। पूरे महाराष्ट्र में, विशेष रूप से मुंबई और उसके पड़ोसी क्षेत्रों में शुक्रवार को दो साल के अंतराल के बाद बड़े पैमाने पर दही हांडी का उत्सव मनाया जा रहा है। यह त्यौहार मुंबई महानगरीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। मुंबई में नागरिक अधिकारियों के अनुसार, उत्सव के दौरान दोपहर तक 12 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिनमें से पांच का इलाज किया गया और उन्हें छुट्टी दे दी गई, जबकि सात अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है।
सीएम एकनाथ शिंदें ने किया दौरा
घायलों में से पांच का इलाज नायर अस्पताल में, चार का पोद्दार अस्पताल में और एक-एक का केईएम अस्पताल, ट्रॉमा केयर अस्पताल और कांदिवली के पश्चिमी उपनगर में डॉ बाबासाहेब अंबेडकर अस्पताल में किया गया। गोविन्दों के समूह को शहरों में घूमते और दही हांडी तोड़ने और पुरस्कार जीतने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करते देखा गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे में दही हांडी कार्यक्रमों का दौरा कर चुके हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुंबई में होने वाले कार्यक्रमों में मौजूद थे।
दही हांडी को मिला एडवेंचर स्पोर्ट का दर्जा
राज्य सरकार ने पिछले महीने घोषणा की थी कि इस साल दही हांडी और गणेश चतुर्थी सहित धार्मिक त्योहारों को मनाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। शिंदे ने गुरुवार को राज्य विधानसभा को सूचित किया था कि सरकार ने दही हांडी को साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है। एडवेंचर स्पोर्ट टैग इन आयोजनों में युवा प्रतिभागियों को स्पोर्ट्स कोटा के तहत सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने की अनुमति देगा।
मुआवजे का एलान
मुख्यमंत्री ने उत्सव की पूर्व संध्या पर कहा था कि मानव पिरामिड के निर्माण के दौरान खिलाड़ियों को हुई घातक या अन्य चोटों के मामले में प्रतिभागियों या उनके परिवारों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। मानव पिरामिड के निर्माण के दौरान किसी प्रतिभागी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर उसके परिजनों को राज्य सरकार की ओर से मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से चोटिल होने वाले खिलाड़ी को सात लाख रुपये और फ्रैक्चर होने वालों को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।
National News inextlive from India News Desk