नई दिल्ली (पीटीआई/एएनआई)। सोमवार को दिल्ली पुलिस की एक जांच टीम शनिवार को हुई जहांगीरपुरी हिंसा में एक व्यक्ति को पकड़ने गई थी। पुलिस ने कथित वीडियो में उस व्यक्ति को हिंसा के दौरान आग लगाते देखा था। तभी दिल्‍ली पुलिस पर एक बार फिर से हमला हो गया।डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस ( नॉर्थ वेस्ट) उषा रंगनानी ने कहा कि उत्तर नॉर्थ वेस्ट की एक पुलिस टीम सीडी पार्क रोड में संदिग्ध के घर उसके परिवार के सदस्यों की तलाशी और जांच के लिए गई थी। उन्होंने कहा, "उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस टीम पर पथराव किए। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया गया है। साथ ही अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।"

दोषी पाए जाने वाले पर होगी कार्रवाई

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सोमवार को कहा कि जहांगीरपुरी इलाके में भड़की हिंसा के मद्देनजर गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए पुलिस सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है। साथ ही यह भी कहा कि शांति भंग करने की कोशिश करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्थाना ने कहा, "कुछ लोग सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर करीब से नजर रख रहे हैं और गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनता को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।" उन्‍होनें यह भी कहा कि हिंसा में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

23 आरोपियों को कर लिया गया है गिरफ्तार

पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि हिंसा में नौ लोग घायल हुए हैं, जिनमें ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। अस्थाना ने कहा, "अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के दौरान पुलिस कर्मियों और एक नागरिक सहित नौ लोग घायल हो गए।" घटना की जांच के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया का विश्लेषण कर रही है। क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस रवींद्र यादव ने कहा कि इस बीच, दिल्ली क्राइम ब्रांच पुलिस और डिस्ट्रिक्ट पुलिस संयुक्त रूप से घटना की जांच कर रही है।

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