ऐसी है जानकारी
बताया गया है कि यहां मुस्लिम बहुल देश में ब्लॉगरों, बुद्धिजीवियों और कार्यकर्ताओं पर हुए बर्बर हमलों की श्रृंखला में यह अभी की ताजा घटना है। इस बारे में पुलिस ने बताया कि राजशाही शहर में राजशाही विवि के 58 वर्षीय प्रोफेसर एएफएम रेजाउल करीम सिद्दीकी के साथ ये घटना हुई।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
उनके आवास से करीब 50 मीटर दूर मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उनपर हमला बोल दिया। आतंकियों ने उसी समय धारदार हथियार से उनका गला रेत दिया। घटना को लेकर स्थानीय थाना प्रभारी शहादत हुसैन ने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे हमलावरों ने प्रोफेसर पर पीछे से धारदार हथियारों से वार किया। ये उस समय की बात है जब वह अपने घर से पैदल विश्वविद्यालय की ओर जा रहे थे।
प्रोफेसर ने मौके पर ही दम तोड़ा
इसके आगे उन्होंने ये भी बताया कि हमले के बाद प्रोफेसर की तत्काल मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देते ही हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। अमेरिका स्थित निजी खुफिया सेवा समूह एसआईटीई ने इस बारे में बताया कि प्रोफेसर की हत्या की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। संगठन की ओर से ट्वीट करके बताया गया है कि ISIS की एजेंसी अमग ने राजशाही विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की हत्या के लिए समूह की जिम्मेदारी की रिपोर्ट दी है।
पुलिस आयुक्त ने बताया
इसके पहले राजशाही के पुलिस आयुक्त मोहम्मद शम्सुद्दीन ने घटनास्थल पर संवाददाताओं को इस बात की जानकारी दी कि हत्या के तरीके से लगता है कि यह इस्लामी आतंकवादियों का काम हो सकता है। उन्होंने ये भी बताया कि प्रोफेसर के गर्दन पर एक या दो नहीं कम से कम तीन बार हमला किया गया है।
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