वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिका एक बड़े अधिकारी ने सांसदों को बताया है कि दक्षिण एशिया से संचालित होने वाला आतंकी समूह आईएसआईएस के खुरासान समूह ने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमले को अंजाम देने का प्रयास किया था। नेशनल काउंटरटेररिज्म सेंटर के कार्यवाहक निदेशक रसेल ट्रैवर्स ने मंगलवार को कहा कि आईएसआईएस वह संगठन है जो अमेरिका के लिए सबसे अधिक चिंता का विषय है। इससे पड़ोस के 4000 लोगों को खतरा है। जब ट्रैवर्स से भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद मैगी हसन ने बाहरी क्षेत्र में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की ISIS-K की क्षमता के बारे में पूछा तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'उन्होंने अफगानिस्तान के बाहर कई हमलों को निश्चित रूप से अंजाम देने का प्रयास किया है। उन्होंने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमला करने का प्रयास किया लेकिन वह विफल हो गया।'
अमेरिका में हमला करने का प्लान
हसन ने पिछले महीने अफगानिस्तान और पाकिस्तान का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने आईएसआईएस के बढ़ते खतरे को लेकर अमेरिकी सेना की चिंताओं को पहली बार सुना है। उन्होंने कहा, 'मैंने स्पष्ट रूप से सुना है कि ISIS ने न केवल अफगानिस्तान में अमेरिकी सेनाओं को धमकी दी है, बल्कि अमेरिका पर भी हमला करने का प्लान बनाया है।' पिछले हफ्ते, ट्रैवर्स ने कहा था कि वैश्विक रूप से 20 से अधिक आईएसआईएस शाखाएं हैं, जिनमें से कुछ समूहों का संचालन करने के लिए ड्रोन जैसी परिष्कृत तकनीक का उपयोग कर रही हैं।
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अमेरिका के लिए बना हुआ है खतरा
हसन ने कहा कि सीरिया और इराक में आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका की प्रमुख जीत के बावजूद, अमेरिका के लिए आतंकी खतरा बना हुआ है। वहीं, ट्रैवर्स ने यह भी कहा कि अल-कायदा अभी भी अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय हक्कानी नेटवर्क और अन्य आतंकवादी नेटवर्क के साथ अपने संबंधों को बनाए रखा है जो अक्सर अमेरिकी सैनिकों को लक्षित करते हैं।
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