थकान, सुस्ती, कंसंट्रेशन में कमी और जल्दी-जल्दी इंफेक्शंस होना कुछ ऐसे सिम्पटम्स हैं जिनके पीछे आइरन डेफिशिएंसी का हाथ हो सकता है. फिजीशियन डॉ.एसी अग्रवाल कहते हैं, ‘यूं तो आइरन की जरूरत सबको होती है लेकिन फीमेल्स को आइरन ज्यादा लेना चाहिए क्योंकि उन्हें प्यूबर्टी, प्रेगनेंसी और लैक्टेशन के टाइम पर आइरन की जरूरत होती है.’ डॉ. एसी अग्रवाल की मानें तो हर पीरियड साइकिल के साथ 30 से 40 ग्राम आइरन का लॉस होता है. इसलिए फीमेल्स को आइरन डेफिशिएंसी या एनिमिया होने के चांसेज भी ज्यादा होते हैं. आइरन का एब्जॉर्पशन बहुत मुश्किल से होता है. इसलिए ज्यादा आइरन खाना जरूरी है.
ये हैं कुछ चीजें जिन्हें खाकर आप एनिमिया से बच सकते हैं...
- खाने में ग्राम या स्प्रॉउट्स को जरूर इंक्लूड करना चाहिए.
- डॉ. अग्रवाल के मुताबिक गुड़ भी आइरन का अच्छा सोर्स है.
- सेब, खजूर और ड्राई फ्रूट्स भी आइरन इंटेक बढ़ाने का टेस्टी तरीका है.
- हमेशा बैलेंस्ड और हेल्दी डाइट लें. हरी सब्जियां, दालें, सोयाबीन और होल ग्रेन्स जैसे ब्राउन राइस को अपने खाने का हिस्सा जरूर बनाएं.
Take care
- अगर आप आइरन सप्लीमेंट या रिच आइरन डाइट ले रही हैं तो इन बातों का ख्याल रखना जरूरी है...
- विटामिन सी और आइरन का पुराना नाता है. इसलिए जब आप आइरन सप्लीमेंट्स लें तो विटामिन सी रिच फूड भी लें.
- सप्लीमेंट्स लेने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट करना हमेशा फायदेमंद होता है.
- इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि सप्लीमेंट्स की मात्रा संतुलित रहे.
डॉ. किरन पाण्डेय
फिजीशियन