शहद के साथ हो जाए वाइट टी
इस चाय में एंटीऑक्सीडेंट प्राकृतिक रूप से मौजूद रहते हैं। इसलिए इसे चाय के तीनों वेरायटी में सबसे ज्यादा स्वस्थ्यकर माना जाता है। थोड़ा शहर मिलाने से न सिर्फ वाइट टी का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि यह पहले से कहीं ज्यादा सेहतमंद भी हो जाता है। दिनभर चुस्ती-फुर्ती चाहते हैं तो शुरुआत के लिए वाइट एक अच्छा विकल्प हो सकता है। रोजमर्रा के काम निपटाने के बाद भी आप तरोताजा महसूस करते रहेंगे। चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के गुण आपके शरीर में होने वाले किसी भी आंतरिक क्षति की आशंका को खत्म करने में मदद करता है।
काली चाय रग-रग में जोश भर दे
कड़क स्वाद के लिए पहचानी जाने वाली काली चाय फर्मेंटेड होती है। इसलिए इसमें काफी मात्रा में कैफीन पाई जाती है। सुबह एक कप चाय का प्याला पीते ही आपका सारा आलस भाग जाता है। कैफीन के असर से आपके रग-रग में जोश भर जाता है। इससे अस्थमा के मरीजों को भी आराम मिलता है। जो चाय आपका मूड बना दे समझिए वह काली चाय है। इससे कोलोस्ट्रॉल का खतरा भी कम होता है और उच्च रक्तचाप की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
ग्रीन टी का असली स्वाद चाहिए तो न यूज करें टी बैग्स
आजकल ग्रीन टी के टी बैग्स आपको अकसर देखने को मिल जाएंगे। कई बार तो आपको ऑफर भी किए गए होंगे। ग्रीन टी के टी बैग्स में अच्छी क्वालिटी की पत्तियां इस्तेमाल नहीं की जाती। इसलिए ऐसी चाय पीने से बचना चाहिए। यदि आपको एसिडिटी की शिकायत है तो आपको ग्रीन टी खाने के दौरान ही पी लेना चाहिए। यह वजन कम करने में मददगार होता है। शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भी होती है। इस प्रकार के चाय के सेवन से कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है।
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