‘वर्ल्ड यंग रीडर कंट्री ऑफ द इयर’
जागरण प्रकाशन लिमिटेड के बाइलिंग्वल डेली आई नेक्स्ट ने वर्ल्ड फोरम पर एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है. वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ न्यूजपेपर्स एंड न्यूज पब्लिशर्स (वैन-इफ्रा) ने साल 2013 के लिए इंडिया को ‘वर्ल्ड यंग रीडर कंट्री ऑफ द इयर’ अवार्ड से नवाजा है. इंडिया को यह पुरस्कार आई नेक्स्ट सहित 8 पब्लिकेशंस द्वारा पूरे साल यंग रीडर्स पर फोकस्ड बेहतरीन काम करने के लिए दिया गया है. आई नेक्स्ट के अलावा टाइम्स ऑफ इंडिया, द हिंदु, मलयाला मनोरमा, दैनिक भास्कर, मातृभूमि, द टेलीग्राफ और ई-बेला को इस प्रेस्टीजियस अवार्ड के लिए सेलेक्ट किया गया.
Matter of great pride
जागरण प्रकाशन लिमिटेड के सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त ने इस अचीवमेंट पर आई नेक्स्ट को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इंडिया को मिले अवार्ड में आई नेक्स्ट का योगदान सराहनीय है. मैं पूरी टीम को बधाई व शुभकामना देता हूं. आई नेक्स्ट के एडिटर व सीओओ आलोक सांवल ने सोमवार को पोलैंड के वॉरसा शहर में यह अवार्ड प्राप्त किया.
यंग रीडर्स पर फोकस
द गजेटा के कन्वेंशन हॉल में आयोजित फंक्शन में अवार्ड मिलने के बाद आलोक सांवल ने कहा कि इंडिया को एक ऐसे देश के तौर पर सम्मानित किया जाना गर्व की बात है जहां कई पब्लिकेशंस यंग रीडर्स के लिए न्यूजपेपर रीडिंग को एक्साइटिंग बनाने का काम लगातार कर रहे हैं. यह खुशी और बढ़ गई है क्योंकि आई नेक्स्ट के कई प्रोजेक्ट्स ने इंडिया को यह अवार्ड दिलाने में वैल्यूबल कांट्रिब्यूशन किया है. आई नेक्स्ट के योगदान को सराहा जाना एक सुखद अनुभूति है. अवार्ड फंक्शन में आलोक सांवल, सौमिक घोष व सुनंदिता घोष जेपीएल को रिप्रेजेंट कर रहे हैं.
inext के 3 इनीशिएटिव्स
आई नेक्स्ट ने अपनी यूथ फोकस्ड कंटेंट और एक्टिविटीज के जरिए इंडिया को यह अवार्ड जीतने में इंपार्टेंट रोल प्ले किया है. वैन इफ्रा की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (यूथ एंगेजमेंट एंड न्यूज लिट्रेसी) डा. एरेलिन मैक्मेन ने शानदार प्रयासों के लिए आई नेक्स्ट को बधाई दी है.
इंडिया को मिले इस अवार्ड में आई नेक्स्ट के 3 इनीशिएटिव्स को ज्यूरी ने सराहा है. इसमें दिल्ली रेप केस में जुवेनाइल आरोपी के सामने आने के बाद की गई 6 दिन की कैंपेन स्टोरी ‘जेन वाई एंड वी’ की खासतौर पर तारीफ की गई है. ज्यूरी ने माना कि आई नेक्स्ट ने सर्वे और पैनल डिस्कशन के जरिए फैमिलीज और लोकल यूथ को यह समझाने की कोशिश की कि इस तरह के हीनियस क्राइम में शामिल व्यक्ति को जुवेनाइल स्टेटस देने के लिए उसकी मेंटल एज भी कंसीडर की जानी चाहिए.
इसके अलावा आई नेक्स्ट द्वारा ‘नो टोबैको डे’ पर कराई गई ‘पल्मोनरी टेस्ट एक्टिविटी’ को भी ज्यूरी ने पॉवरफुल माना और कहा कि कैसे 12 शहरों में 3600 लोगों का पल्मोनरी टेस्ट करके हर एडीशन ने टेस्ट की रिपोट्र्स पब्लिश की और लोगों को नो स्मोकिंग के लिए अवेयर किया. ‘वल्र्ड अर्थ डे’ पर आई नेक्स्ट की पेपर बैग एक्टिविटी भी पसंद की गई. इसमें स्कूली बच्चों ने पेपर के रियूज का मैसेज देते हुए पुराने न्यूजपेपर्स के कैरी बैग्स बनाए.
इंटरनेशनल ज्यूरी का फैसला
अवार्ड का फैसला इंटरनेशनल ज्यूरी ने किया जिसमें कई देशों के रिप्रजेंटेटिव शामिल थे. ज्यूरी के अनुसार एक कंबाइंड ग्रुप की तरह आई नेक्स्ट, मलयाला मनोरमा, टाइम्स ऑफ इंडिया, द हिंदू, दैनिक भास्कर ग्रुप, मातृभूमि, द टेलीग्राफ और ई-बेला ने एक साथ मिलकर देश के यंग रीडर्स के लिए क्रिएटिविटी और कमिटमेंट का पॉवरफुल पैकेज पेश किया है.
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