आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक़ जब भारतीय सैनिकों ने अपने साथी की मदद करने की कोशिश की तो पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी शुरू कर दी.
भारत में हाल ही में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जबरदस्त जीत के बाद नियंत्रण रेखा पर हिंसा की यह पहली बड़ी घटना है.
अधिकारियों ने कहा कि सेना की चार इंजीनियर्स रेजीमेंट के जवान बारूदी सुरंग पर पाँव रखने के बाद घायल हो गए. यह घटना तब हुई जब सैनिकों का एक दल जम्मू स्थित पल्लनवाला के जोगवान क्षेत्र में सीमा पर लगी बाड़ का सोमवार को निरीक्षण कर रहा था.
घुसपैठ के प्रयास
पुलिस सूत्रों का कहना है कि चरमपंथियों ने रास्ते पर एक आईईडी लगा रखी थी और उन्होंने सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर धमाका कर दिया. सूत्रों का कहना है कि मामले की जाँच जारी है.
इसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने नाथू टिब्बा क्षेत्र में थोड़ी देर के लिए गोलीबारी की, इसके कारण गाँव के लोगों में तनाव फैल गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी पिछली रात समाप्त हुई.
भारतीय सेना ने रविवार को तीन पाकिस्तानी चरमपंथियों की घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया था. सेना ने राजौरी ज़िले के भीमनगर गली क्षेत्र में घुसपैठियों की लगाई एक आईईडी को भी विफल कर दिया.
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि सीमा निगरानी पर तैनात भारतीय सैनिकों ने घुसपैठ ने चरमपंथियों पर गोली चलाई और वो पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की तरफ़ भाग गए.
पिछले दो सप्ताह में नियंत्रण रेखा के जरिए भारत में घुसने की यह तीसरी कोशिश थी. 10 मई को पुंछ ज़िले के कालसिया क्षेत्र में दो चरमपंथी सेना के जवानों के हाथों मारे गए थे.
इस गोलीबारी में एक जवान घायल भी हुआ था.
जबकि तीन मई को जम्मू क्षेत्र के साजियम क्षेत्र में घुसपैठ की एक कोशिश को विफल कर दिया था.
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