साइना वाइबो को चीन के ट्विटर के नाम से जाना जाता है और लगभग बीस करोड़ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.
मोदी 14 से 16 मई के बीच चीन की यात्रा पर जा रहे हैं.
साइना वाइबो के अकाउंट पर चीनी भाषा में लिखे अपने पहले संदेश में मोदी ने चीन के लोगों से कहा है कि वाइबो के ज़रिए उनसे संपर्क बनाएंगे.
इस अकाउंट को ‘कनेक्ट विद पीएम नरेंद्र मोदी’ नाम दिया गया है और इसके खुलने के कुछ ही घंटों के भीतर इसके 16,866 फॉलोवर बन गए.
उनका पहला संदेश करीब पांच हज़ार बार अन्य लोगों ने फॉरवर्ड किया है और दस हज़ार से ज़्यादा लोगों ने इसे पसंद किया है.
संबंध बेहतर होंगे
कई लोगों ने मोदी के इस क़दम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे.
एक यूज़र्स सी कू जिंगियान कहते हैं कि भारत और चीन के बीच अच्छे संबंध दोनों देशों में ख़ुशहाली लाएंगे.
एक अन्य यूज़र ने लिखा है कि “प्रधानमंत्री मोदी, हमें उम्मीद है कि आप भारत चीन संबंधों में सकारात्मक ऊर्जा भरेंगे.”
हालांकि कुछ लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणियों के प्रति आगाह भी किया है. मसलन यान झानयोंग लिखते हैं, “कृपया वाइबो पर ख़तरनाक टिप्पणियों से घबराएं नहीं.”
कुछ लोगों ने मोदी को भारत में महिलाओं की स्थिति सुधारने की सलाह दी है तो कुछ ने अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र बताते हुए इसे चीन का हिस्सा कहा है.
साइलेंस वॉरियर नाम के एक व्यक्ति लिखते हैं, “दक्षिणी तिब्बत चीन का हिस्सा है और कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा है.”
इन्होंने अपनी टिप्पणी के ज़रिए प्रधानमंत्री मोदी से ये भी आग्रह किया है कि वो दूसरे देशों के कब्जा किए गए हिस्से वापस कर दें.
एक अन्य व्यक्ति का कहना है कि 'पाकिस्तान को भारत कमज़ोर न समझे. वो हमारा मित्र है और उस पर हमला करने का मतलब चीन पर हमला करना है.'
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