जांच में भारतीय मूल की जसिन्था की कलाई पर ज़ख़्म भी पाए जाने की बात कही गई है. बीते शुक्रवार को इस भारतीय मूल की नर्स की मौत की खबर ने पूरी दुनिया की मीडिया को स्तब्ध कर दिया था.
दरअसल, जसिन्था वो नर्स थीं जिन्होंने ब्रिटेन के शाही परिवार से जुड़ी जानकारी लेने के लिए आस्ट्रेलियाई रेडियो की ओर से आई फ़ोन कॉल अपनी एक साथी नर्स को बढ़ा दी थी. उस नर्स ने फिर विस्तृत ब्यौरा रेडियो के दोनों प्रस्तुतकर्ताओं को दे दिया था. इस घटना के तीन दिन बाद ही नर्स जसिन्था की मौत भी हो गई थी.
घटनाक्रम
ब्रिटेन में वेस्टमिंस्टर कोरोनर कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई और फिर उसे 26 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है. पुलिस ने सात दिसंबर को अदालत में बयान दिया था कि जसिन्था सलदान्हा फंदे से लटकी हुई पाईं गईं. वहीं, लंदन की एंबुलेंस सेवा ने बताया कि जसिन्था की कलाई पर ज़ख्म के निशान थे. जसिन्था के कमरे से दो नोट भी बरामद हुए हैं.
46 साल की जसिन्था दो बच्चों की मां थीं और ब्रिटेन के किंग एडवर्ड अस्पताल में बतौर नर्स कार्यरत थीं. चार दिसंबर के रोज जब आस्ट्रेलियाई रेडियो स्टेशन से फर्जी फोन कॉल आया तो उस वक्त अस्पताल में कोई रिसेप्शनिस्ट मौजूद नहीं था लिहाजा फोन जसिन्था ने उठाया.
ये फोन कॉल रेडियो स्टेशन के डीजे मेल ग्रेग और माइकल क्रिस्चियन ने महारानी एलिज़ाबेथ और प्रिंस चार्ल्स बनकर किए थे जिसमें उन्होंने किंग एडवर्ड अस्पताल में फोन कर केट मिडल्टन की तबीयत की जानकारी हासिल की थी. राजकुमारी मिडल्टन गर्भावस्था की शुरुआती परेशानियों की वजह से उस समय अस्पताल में भर्ती थीं.
नर्स जसिन्था ने अपने एक साथी को फोन दे दिया जिसने फर्जी फोन करनेवाले प्रसारकों को राजकुमारी के स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारियां मुहय्या करवा दी थीं.
संवेदना
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने नर्स जसिन्था की मौत पर दुख प्रकट किया. कैमरन ने जसिन्था की मौत पर संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि इस घटना से बहुत सीख लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “जसिन्था अपने काम से प्रेम करती थीं, अपने मरीज के स्वास्थ्य को लेकर काफी संजीदा थीं, और जो कुछ हुआ वो बेहद त्रासद है.”
नर्स जसिन्था की मौत पर ब्रिटेन के शाही परिवार का कहना है कि वो शायद इस पूरे घटनाक्रम के बाद अकेली और भ्रम की स्थिति में थी.
International News inextlive from World News Desk