नर्स ने किया फोन
सूत्रों के मुताबिक इराक में फंसी एक नर्स ने अपने परिवार को फोन किया, जिसमें उसने अपनी रिहाई की बात बताई है. बताया जा रहा है कि इस नर्स के परिवार ने केरल के टीवी चैनल को यह बात बताई है. सूत्र बताते हैं कि नर्सों को लाने के लिए दुबई, मुबई और दिल्ली में विमान तैयार हैं. इससे पूर्व ओमान चांडी ने बताया कि इराक के तिकरित शहर से दहशतगर्दों द्वारा मोसुल लाई गईं केरल की 46 नर्सों को एक इमारत में रखा गया है और उन्हें भोजन दिया गया है. दिल्ली में मौजूद चांडी विदेश मंत्रालय के साथ स्थिति पर करीबी निगाह बनाये हुये हैं.
हमारा लक्ष्य, सुरक्षित वापसी
चांडी ने बताया कि जब नर्सें इमारत में पहुंची, तो वहां बिजली नहीं थी. बहुत जल्द वहां बिजली बहाल हो गई और वे वहां आराम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि हामारी मुख्य जिम्मेदारी उन्हें सुरक्षित वापस लाना है. केरल के मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाते हुए कहा, हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और सभी कूटनीतिक उपायों का इस्तेमाल किया जा रहा है. चांडी ने कहा गुरूवार की तरह मैं मंत्रियों और अधिकारियों से संक्षिप्त मुलाकात करूंगा और हमारा मुख्य मकसद और लक्ष्य उनकी सुरक्षित वापसी है.
विदेश मंत्रालय के संपर्क में
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि तिकरित में फंसी भारतीय नर्सों पर जगह छोड़ने का दबाव बना रहे दहशतगर्दों ने आखिरकार उन्हें कहीं और जाने पर मजबूर कर दिया. नर्सों को एक बस में ले जाया गया और जब वे बस में चढ़ रही थीं, जब गाड़ी के शीशे टूटे थे. इससे कुछ को मामूली चोटें आई. विदेश मंत्रालय ने बताया कि वह फोन पर इन नर्सों के संपर्क में है. लेकिन वे अब आईएसआईएस की कैद में हैं.
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