कानपुर। पुलवामा टेरर अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया। पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली हरकतों को देखते हुए भारतीय नौसेना अलर्ट है। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक पुलवामा टेरर अटैक के बाद भारतीय नाैसेना हर तरह से तैयार थी। भारत की ओर से उत्तरी अरब सागर में लड़ाकू विमान के अलावा विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और वॉर ग्रुप के दूसरे युद्धपोतों को तैनात किया गया था। भारतीय नौसेना के इस कदम से पाकिस्तानी नौसेना मकरान तट के करीब तैनात रहने को मजबूर हुई थी। इसके अलावा पाकिस्तानी नौसेना खुले समुद्री इलाके में कुछ भी करने से बचती रही। भारतीय नौसेना ने यह फैसला पुलवामा टेरर अटैक के बाद समुद्री रास्तों से आतंकी हमलों को देखते हुए लिया था।
समुद्री रास्ते से भारत में बड़ी वारदात अंजाम देने के लिए ट्रेंड हो रहे आतंकी
बता दें कि पुलवामा टेरर अटैक के बाद नेवी के प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने भारत-प्रशांत क्षेत्रीय वार्ता में कहा था कि समुद्र के माध्यम से आतंकवादियों को प्रशिक्षित किए जाने की बात सामने आई है। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट है कि आतंकियों को भारत में अलग-अलग तरीकों से हमले करने की मजबूत ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें समुद्र के रास्ते हमला करना भी शामिल है। 26/11 के हमले को अंजाम देने के लिए लश्कर-ए-तैयबा ने भी समुद्री-आतंकियों को भेजा था। इन आतंकियों ने मुंबई में पहुंचने और तबाही मचाने के लिए समुद्र का ही सहारा लिया था। बता दें कि बीती 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए हमले में पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के 41 के जवान शहीद हो गए थे।
नेवी चीफ ने किया अलर्ट, समुद्र के रास्ते आतंकी भारत में कर सकते हैं हमला
तीनों सेनाओं ने मिलकर कहा, बालाकोट मिशन रहा पूरी तरह सफल और हम हर स्थिति के लिए पूरी तरह हैं तैयार
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