क्यों बंद हो रहे हैं बिजनेस स्कूल
भारतीय अर्थव्यवस्था में आई ग्रोथ के साथ ही साल 2007 से 2012 के बीच भारत के विभिन्न राज्यों में बिजनेस स्कूलों को खुलते देखा गया था. लेकिन अब इन्ही स्कूलों को छात्रों की कमी के चलते अपने कोर्सेस को बंद करना पड़ रहा है. AICTE के आंकड़ों के अनुसार भारत में इस समय 3217 इंस्टीट्यूट एमबीए की डिग्री ऑफर कर रहे हैं. साल 2011-12 में यह संख्या 3,541 थी. हैं. इस हिसाब से 2012 से 2015 के बीच 300 बिजनेस स्कूल बंद हो चुके हैं. AICTE की रिपोर्ट के अनुसार साल 2007 से 2012 के बीच 927 नए बी-स्कूल खोले गए थे. इसी दौरान भारतीय इकॉनोमी में भी 7% की बढ़त देखी गई थी. लेकिन इसके बाद से इकॉनोमी में गिरावट आने से कंपनियों ने सिर्फ टॉप स्कूल्स से ही छात्रों को हायर करना शुरु कर दिया.
महाराष्ट्र में बंद हुए सबसे ज्यादा स्कूल
महाराष्ट्र में स्थित बिजनेस स्कूलों की स्थिति सबसे खराब नजर आ रही है क्योंकि महाराष्ट्र में इन तीन वर्षों के दौरान 24 बी-स्कूल बंद हुए हैं. इसके बाद नंबर आता है तमिलनाडु का जहां इस दौरान 23 बी-स्कूल बंद हुए हैं. उल्लेखनीय है कि इन बिजनेस स्कूलों के बंद होने के पीछे रोजगार की कमी एक बड़ा कारण है. मसलन छोटे और कम ख्याति प्राप्त स्कूलों से बिजनेस डिग्री हासिल करने वालों को नौकरी हासिल करने में बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा. वहीं टॉप टेन बी स्कूलों से पासआउट स्टूडेंट्स को जॉब्स पाने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई.
एमबीए डिग्री वाले स्कूल हुए बंद
इस रिपोर्ट के अनुसार बंद होने वाले बी-स्कूलों में वह कॉलेज शामिल हैं जो एमबीए डिग्री दे रहे हैं. मार्केट रिसर्च फर्म क्रिसिल के अनुसार भारतीय मैनेजमेंट एजुकेशन के 80 परसेंट कॉलेज निचले स्तर के बी-स्कूल हैं जो छात्रों को इंफ्रास्ट्रक्चर और अच्छे टीचर्स अवेलेबल कराने में नाकाम रहते हैं. ऐसे बी-स्कूलों में आने वाले छात्रों को अन्य कोर्सेज में एडमिशन लेते देखा जा सकता है. इसलिए वह कॉलेज जो कि एमबीए डिग्री दे रहे थे लेकिन डिग्री के साथ जरूरी स्किल्स सिखाने में नाकाम थे. ऐसे सभी स्कूलों बंदी के कगार पर हैं और आने वाले दिनों में बंद हो सकते हैं.
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