पारी और 90 रन से हार, कप्तान (अनिल कुंबले)
टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत को सबसे बड़ी हार 2008 में मिली थी। उस वक्त साउथ अफ्रीकी टीम भारत दौरे पर थी। सीरीज का दूसरा टेस्ट अहमदाबाद में खेला गया। भारतीय टीम की कमान संभाली थी गेंदबाज अनिल कुंबले ने। इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया जोकि गलत साबित हुआ। पूरी भारतीय टीम 76 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में प्रोटीज ने पहली इनिंग्स में 494 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। अब जब दोबारा भारतीय बल्लेबाज खेलने आए तो 328 रन पर ऑलआउट हो गए। ऐसे में भारत यह मैच पारी और 90 रन से हार गया।
पारी और 71 रन से हार, कप्तान (सचिन तेंदुलकर)
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में भारत को दूसरी सबसे बड़ी हार साल 2000 में मिली थी। उस वक्त साउथ अफ्रीकी टीम भारत दौरे पर थी और सीरीज का दूसरा मैच बंगलुरु में खेला गया। भारतीय टीम की कमान सचिन तेंदुलकर के हाथों में थी। भारत अपनी पहली पारी में 158 और दूसरी पारी में सिर्फ 250 रन बना सका। वहीं मेहमान टीम ने पहली ही पारी में 479 रन बना दिए। ऐसे में भारत यह मैच पारी और 71 रन से हार गया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में भारत की यह दूसरी सबसे बड़ी हार है।
पारी और 25 रन से हार, कप्तान (एमएस धोनी)
भारत को टेस्ट में तीसरी सबसे बड़ी हार साउथ अफ्रीका में मिली थी। साल 2010 में भारतीय टीम अफ्रीका दौरे पर थी। उस वक्त भारतीय टीम की अगुआई एमएस धोनी के हाथों में थी। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। पूरी भारतीय टीम 136 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में मेजबान टीम ने 620 रन बना दिए। दूसरी पारी में भारत 459 पर ऑलआउट हो गया। और अफ्रीका यह मैच पारी और 25 रन से जीत गया।
पारी और 6 रन से हार, कप्तान (एमएस धोनी)
साल 2010 में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच नागपुर में एक टेस्ट खेला गया। उस वक्त भी टीम की कमान एमएस धोनी के हाथों में थी। भारत ने पहली पारी में 233 और दूसरी में 319 रन बनाए। जबकि साउथ अफ्रीका ने पहली ही पारी में 558 रन बना दिए थे। ऐसे में भारत यह मैच पारी और 6 रन से हार गया था।
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