1. धोनी ने यहां 10 ओवर की थी गेंदबाजी
कानपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं मगर लॉर्ड्स में 7 साल पहले उनका एक कारनामा आज भी याद किया जाता है। 21 जुलाई 2011 को भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट खेला गया। मैच के दूसरे दिन भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान बीच ओवर में चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए। ऐसे में जहीर का बकाया ओवर पूरा करने के लिए धोनी को अपने दस्ताने उतारने पड़े। माही ने पहली बार टेस्ट मैच में गेंदबाजी की इसका गवाह बना लॉर्ड्स मैदान। दोनों पारियों मे मिलाकर उस टेस्ट मैच में धोनी ने 10 ओवर फेंके मगर विकेट एक भी नहीं मिला।
2. जब रिकी पोंटिंग के मुंह से निकला खून
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग की इस मैदान से जुड़ी यादें काफी कड़वी हैं। ऑस्ट्रेलिया का यह दिग्गज बल्लेबाज साल 2005 में एशेज सीरीज खेलने यहां आया था। तब पहले टेस्ट में इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टीव हेरमिसन की एक बाउंसर ने पोंटिंग के खून निकाल दिया था। इसके बाद पोंटिंग को तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया, मगर उनके चेहरे से खून निकलते हुए तस्वीर आज भी लोगों के जेहन में ताजा है।
3. सुनील गावस्कर जब लड़खड़ा कर यहां गिरे
लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वैसे तो लॉर्ड्स मैदान पर काफी क्रिकेट खेला मगर 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में गावस्कर का लड़खड़ा कर जमीन पर गिरना कभी न भूलने वाला पल था। दरअसल गावस्कर एक रन लेने के लिए दौड़े तभी इंग्लिश तेज गेंदबाज जॉन स्नो उनके रास्ते में आ गए जिसके कारण सनी अपना बैलेंस खो बैठे और वहीं गिर गए। बाद में स्नो के इस व्यवहार के चलते उन पर एक टेस्ट मैच का बैन लग गया।
4. इसी मैदान पर पहली बार हुई थी बॉल टेंपरिंग
क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाला लॉर्ड्स मैदान पर काफी कुछ पहली बार हुआ है। क्रिकेट इतिहास में पहली बार बॉल के साथ छेड़छाड़ इसी मैदान पर हुई थी। साल 1994 में इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था। तब पूर्व इंग्लिश कप्तान माइक अथर्टन ने अपनी जेब से मिट्टी निकालकर गेंद पर रगड़ी थी। माइक की यह हरकत टीवी पर कैद हो गई, और बॉल टेंपरिंग करते हुए पकड़े जाने वाले माइक पहले क्रिकेटर बने। हालांकि उन्होंने अपने ऊपर लग आरोंपों को झूठा बताया मगर मैच रेफरी ने उनके ऊपर 2 हजार पाउंड का जुर्माना ठोंक दिया।
5. जब क्रिकेटर्स ने कमेंटेंटर के लिए खड़े होकर बजाई ताली
70-80 के दशक में फेमस कमेंटेटर रहे जॉन एरलॉट ने लॉर्ड्स मैदान पर ही कमेंट्री को अलविदा कहा था। साल 1980 में यहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एक टेस्ट मैच मैच खेला गया। यह मैच जॉन के लिए बतौर कमेंटेटर आखिरी मैच था। मैच के दौरान जब जॉन ने अलिवदा लेते हुए आखिरी शब्द बोले तो मैदान में मौजूद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने खड़े होकर जॉन के सम्मान में ताली बजाई।
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