बाली / नई दिल्ली (एएनआई / आईएएनएस)। G20 Summit : इंडोनेशिया के बाली में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन का आज आखिरी दिन है। इस दाैरान सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भारत ऐसे समय में जी-20 की कमान संभाल रहा है, जब दुनिया जियो पॉलिटिकल तनावों, आर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और कोविड महामारी के दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रही है। ऐसे समय में दुनिया जी20 की ओर उम्मीद से देख रही है। पीएम मोदी ने कहा कि आज, मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई उन्मुख होगी।
प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व की भावना से समस्या
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के जी20 की अध्यक्षता के अगले एक साल में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि फोरम नए विचारों की कल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रमुख प्रेरक के रूप में कार्य करे। प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व की भावना आज संघर्ष को जन्म दे रही है और पर्यावरण की दुर्दशा का मुख्य कारण बन गई है। ग्रह के सुरक्षित भविष्य के लिए ट्रस्टीशिप का भाव ही समाधान है। "LiFE यानी 'लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट' कैंपेन इसमें बड़ा योगदान दे सकता है। पीएम ने कहा इसका उद्देश्य स्थायी जीवन शैली को एक जन आंदोलन बनाना है।
इंडोनेशिया से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा भारत
भारत 1 दिसंबर, 2022 को इंडोनेशिया से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा, जो 20 नवंबर, 2023 तक जारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि शांति और सुरक्षा के बिना, हमारी आने वाली पीढ़ियां आर्थिक विकास या तकनीकी नवाचार का लाभ नहीं उठा पाएंगी। जी20 को शांति और सद्भाव के पक्ष में एक मजबूत संदेश देना है। ये सभी प्राथमिकताएं भारत की जी20 अध्यक्षता - 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' की थीम में पूरी तरह से सन्निहित हैं।
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