भारत के 384 रन के लक्ष्य के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 326 रन पर ऑल आउट हो गई और इस तरह भारत ये मैच 57 रनों से जीत गया.
इस तरह सात मैचों की ये श्रृंखला में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया पर 3-2 से विजय हासिल की.
अंतिम मैच में भारत की तरफ़ से आतिशी पारी खेलने वाले रोहित शर्मा ने छक्कों-चौकों की बौछार कर ने केवल 209 रन का व्यक्तिगत स्कोर बनाया, ऑस्ट्रेलिया के सामने 384 रन का लक्ष्य रखने में भी अहम योगदान किया.
भारतीय पारी में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे शिखर धवन ने आज फिर 60 रन का योगदान दिया, वहीं कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी 62 रन की अच्छी पारी खेली.
रोहित की पारी
रोहित शर्मा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. उन्होंने 158 गेंदों पर 16 छक्कों और 12 चौकों की मदद से 209 रन बनाए.
सिरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द सिरीज़ भी चुना गया.
इस तरह एकदिवसीय मैचों में दोहरा शतक जमाने वाले वो तीसरे बल्लेबाज़ बन गए हैं. इससे पहले भारत के ही वीरेंद्र सहवाग ने 219 रन और सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 200 रन बनाए थे.
इसके अलावा रोहित शर्मा ने 16 छक्के लगाकर एकदिवसीय मैच की एक पारी में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा लगाए गए सबसे ज़्यादा छक्कों का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया.
रोहित ने अपना शतक 114 गेंदो पर चार चौकों और छह छक्कों की मदद से पूरा किया.
शतक पूरा होते ही वो बेहद आक्रमक हो गए. बाक़ी के 109 रन उन्होंने सिर्फ़ 44 गेंदों पर 10 छक्कों और आठ चौकों की मदद से बना डाले.
फॉकनर ऑस्ट्रेलिया के हीरो
भारत की 384 रन की विशाल चुनौती के सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम शुरुआत से ही दबाव में नज़र आई. मात्र सात रन के स्कोर पर उनका पहला विकेट फिंच के रूप में गिरा.
उसके बाद ह्यूजेज़ और हैडिन ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभालने की कोशिश की और टीम का स्कोर 64 तक ले गए जब ह्यूजेज़ 23 रन के निजी स्कोर पर अश्विन की स्पिन का शिकार हो गए.
उसके बाद तीसरा विकेट (कप्तान बेली) के रूप में 70 और हैडिन के रूप में 74 रन पर जल्दी-जल्दी गिर गया.
ऑस्ट्रेलियाई पारी इस समय तक काफी दबाव में दिख रही थी, लेकिन मैक्सवेल और फॉकरन ने पारी को संभालने की भरपूर कोशिश की. मैक्सवेल 60 रन बनाकर जब पैविलियन लौटे तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट पर 138 रन था.
उसके बाद फॉकनर और मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलियाई पारी में जान डालने की कोशिश की. दोनों की समझदारी भरी पारी से टीम का स्कोर 205 रन तक जा पहुंचा जब वॉटसन 49 रन के निजी स्कोर पर जडेजा के शिकार बने.
ऑस्ट्रेलिया को मैच में लगातार बनाए रखने में सबसे फॉकनर का अहम योगदान रहा. उन्होंने आतिशी शतकीय पारी खेलते हुए न केवल अपना शतक पूरा किया बल्कि आखिरी समय तक मैच में रोमांच बनाए रखा.
भारत की ओर से मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने अच्छी गेंदबाज़ी का प्रदर्शन किया. दोनों खिलाड़ियों ने 3-3 विकेट चटकाए. आर अश्विन को दो और विनय कुमार को एक विकेट मिला.
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