- पब्लिक की नजर में अविश्वसनीय है निर्दलीय प्रत्याशी
- मेरठ की जनता ने कभी नहीं जताया आजाद प्रत्याशी पर विश्वास
- पहले आम चुनाव के बाद वेस्ट यूपी में भी एक-दो बार चुने गए निर्दलीय
- हर बार बड़ी संख्या में चुनाव मैदान में उतरते हैं आजाद उम्मीदवार
- इस बार भी लोस चुनाव मैदान में मेरठ सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं 6 निर्दलीय प्रत्याशी
<- पब्लिक की नजर में अविश्वसनीय है निर्दलीय प्रत्याशी
- मेरठ की जनता ने कभी नहीं जताया आजाद प्रत्याशी पर विश्वास
- पहले आम चुनाव के बाद वेस्ट यूपी में भी एक-दो बार चुने गए निर्दलीय
- हर बार बड़ी संख्या में चुनाव मैदान में उतरते हैं आजाद उम्मीदवार
- इस बार भी लोस चुनाव मैदान में मेरठ सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं म् निर्दलीय प्रत्याशी
deepak.sharma@inext.co.in
Meerutdeepak.sharma@inext.co.in
Meerut : देश में पहली बार हुए आम चुनाव से अब तक पब्लिक की नजर में बडे़ दल और बडे़ नाम वाले प्रत्याशी ही हीरो रहे हैं। इतिहास पर नजर डाले तो निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरे अधिकांश प्रत्याशियों को जनता ने चुनाव से बाहर का रास्ता ही दिखाया है। इसमें खासकर मेरठ की जनता ने तो कभी भी आजाद प्रत्याशी पर भरोसा ही नहीं जताया। कारण चाहे जो भी रहा हो, लेकिन वेस्ट यूपी की जनता का विश्वास जीतने में निर्दलीय कैंडीडेट हमेशा से नाकाम रहे हैं। देश एक बार फिर महापंचायत के गठन की तैयारी कर रहा है। ऐसे में नजर डालते है लोकसभा चुनाव में अब तक उतरे निर्दलीय प्रत्याशियों के फ्लाप शो पर।
बड़ी कठिन है डगर संसद की
लोकसभा चुनाव में बिना किसी दल के सहारे आजाद उम्मीदवार के रूप में संसद में पहुंचने वाले सांसद निरंतर घटते जा रहे हैं। पिछले छह लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो आजाद सांसदों की संख्या एक बार भी दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है।
यहां नहीं किया कभी भरोसा
साल 1952 में हुए पहले आम चुनाव से लेकर 2009 में हुए 15वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों पर नजर डाले तो पाएंगे कि मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस और आंवला की जनता ने अब तक किसी भी निर्दलीय को संसद तक नहीं पहुंचाया है। वहीं पूर्व में लोकसभा सीट रहे खुर्जा से भी कोई आजाद उम्मीदवार जीत का पताका नहीं फहरा सका। इस बार 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए होने जा रहे चुनावों में भी किसी निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव जीतकर संसद पहुंचने की संभावनाएं कम ही लग रही हैं।
यहां से खुला था संसद का रास्ता
हापुड़ लोकसभा सीट से 1962 और 67 के चुनावों में प्रकाश वीर शास्त्री लगातार दो बार आजाद उम्मीदवार के रूप में जरूर संसद पहुंचे। वहीं अमरोहा से 2004 में हरीश नागपाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर संसद की दहलीज पर कदम रखा। कैराना से 1962 में यशपाल सिंह, मुरादाबाद से 1962 सैयद मुजफ्फर हुसैन, पीलीभीत से 1998-99 के चुनाव में मेनका गांधी, मथुरा से 1952 और 67 में गिरीराज सरन सिंह, 1962 में राजा महेंद्र प्रताप सिंह और ऐटा से 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में कल्याण सिंह ने आजाद सांसद के रूप में जरूर कदम रखा।
दल बढ़े पर घटे निर्दलीय
भारतीय लोकतंत्र के महासंग्राम में सियासत करने की कोई मनाही नहीं है, लेकिन बीते जमाने में जब राजनीतिक दल भी गिनती के थे तो निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत और रसूख आजमाने के लिए मैदान में उतरते थे। और चुनाव जीतकर संसद तक भी पहुंचते थे। अब जैसे जैसे समय आगे बढ़ता गया राजनीति दलों की बाढ़ सी आ गई, लेकिन ठीक इसके उल्ट निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या में भी कमी आई।
2009 में मात्र 7 पहुंचे संसद
15वीं लोकसभा की बात करें तो मात्र 7 निर्दलीय प्रत्याशी ही संसद पहुंच सके। इनमें बिहार से पुतुल कुमारी, ओमप्रकाश यादव, झारखंड की सिंहभूमि सीट से मधुकोडा और चतरा से इंदर सिंह नामधारी, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से हसन खान, महाराष्ट्र की कोल्हापुर सीट से सदाशिवराव मांडलिक और एटा से कल्याण सिंह निर्दलीय के रूप में लोकसभा तक पहुंचे।
99 फीसदी की जमानत जब्त
15वीं लोकसभा के लिए सियासी जंग में राजनीतिक दलों समेत कुल 8070 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से 3831 यानि 47 प्रतिशत प्रत्याशियों ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा। लेकिन मात्र सात प्रत्याशियों का भाग्य ही उन्हें लोकसभा तक ले जा सका। इस चुनाव में 99 प्रतिशत निर्दलीय उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो गई।
दूसरी लोकसभा में रहा बेहतर प्रदर्शन
देश में पहली लोकसभा के लिए साल 1952 में हुए आम चुनावों में 533 में से 37 निर्दलीय सांसद लोकसभा में थे। जिससे उत्साहित हो कर दूसरी लोकसभा के लिए साल 1957 में हुए चुनावों में ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई और 42 निर्दलीय निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचे। जबकि साल 1962 में हुए तीसरी लोकसभा के चुनाव में निर्दलीयों का प्रदर्शन फ्लाप रहा।
< : देश में पहली बार हुए आम चुनाव से अब तक पब्लिक की नजर में बडे़ दल और बडे़ नाम वाले प्रत्याशी ही हीरो रहे हैं। इतिहास पर नजर डाले तो निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरे अधिकांश प्रत्याशियों को जनता ने चुनाव से बाहर का रास्ता ही दिखाया है। इसमें खासकर मेरठ की जनता ने तो कभी भी आजाद प्रत्याशी पर भरोसा ही नहीं जताया। कारण चाहे जो भी रहा हो, लेकिन वेस्ट यूपी की जनता का विश्वास जीतने में निर्दलीय कैंडीडेट हमेशा से नाकाम रहे हैं। देश एक बार फिर महापंचायत के गठन की तैयारी कर रहा है। ऐसे में नजर डालते है लोकसभा चुनाव में अब तक उतरे निर्दलीय प्रत्याशियों के फ्लाप शो पर।
बड़ी कठिन है डगर संसद की
लोकसभा चुनाव में बिना किसी दल के सहारे आजाद उम्मीदवार के रूप में संसद में पहुंचने वाले सांसद निरंतर घटते जा रहे हैं। पिछले छह लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो आजाद सांसदों की संख्या एक बार भी दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है।
यहां नहीं किया कभी भरोसा
साल क्9भ्ख् में हुए पहले आम चुनाव से लेकर ख्009 में हुए क्भ्वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों पर नजर डाले तो पाएंगे कि मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस और आंवला की जनता ने अब तक किसी भी निर्दलीय को संसद तक नहीं पहुंचाया है। वहीं पूर्व में लोकसभा सीट रहे खुर्जा से भी कोई आजाद उम्मीदवार जीत का पताका नहीं फहरा सका। इस बार ख्0क्ब् में क्म्वीं लोकसभा के लिए होने जा रहे चुनावों में भी किसी निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव जीतकर संसद पहुंचने की संभावनाएं कम ही लग रही हैं।
यहां से खुला था संसद का रास्ता
हापुड़ लोकसभा सीट से क्9म्ख् और म्7 के चुनावों में प्रकाश वीर शास्त्री लगातार दो बार आजाद उम्मीदवार के रूप में जरूर संसद पहुंचे। वहीं अमरोहा से ख्00ब् में हरीश नागपाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर संसद की दहलीज पर कदम रखा। कैराना से क्9म्ख् में यशपाल सिंह, मुरादाबाद से क्9म्ख् सैयद मुजफ्फर हुसैन, पीलीभीत से क्998-99 के चुनाव में मेनका गांधी, मथुरा से क्9भ्ख् और म्7 में गिरीराज सरन सिंह, क्9म्ख् में राजा महेंद्र प्रताप सिंह और ऐटा से ख्009 में क्भ्वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में कल्याण सिंह ने आजाद सांसद के रूप में जरूर कदम रखा।
दल बढ़े पर घटे निर्दलीय
भारतीय लोकतंत्र के महासंग्राम में सियासत करने की कोई मनाही नहीं है, लेकिन बीते जमाने में जब राजनीतिक दल भी गिनती के थे तो निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत और रसूख आजमाने के लिए मैदान में उतरते थे। और चुनाव जीतकर संसद तक भी पहुंचते थे। अब जैसे जैसे समय आगे बढ़ता गया राजनीति दलों की बाढ़ सी आ गई, लेकिन ठीक इसके उल्ट निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या में भी कमी आई।
ख्009 में मात्र 7 पहुंचे संसद
क्भ्वीं लोकसभा की बात करें तो मात्र 7 निर्दलीय प्रत्याशी ही संसद पहुंच सके। इनमें बिहार से पुतुल कुमारी, ओमप्रकाश यादव, झारखंड की सिंहभूमि सीट से मधुकोडा और चतरा से इंदर सिंह नामधारी, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से हसन खान, महाराष्ट्र की कोल्हापुर सीट से सदाशिवराव मांडलिक और एटा से कल्याण सिंह निर्दलीय के रूप में लोकसभा तक पहुंचे।
99 फीसदी की जमानत जब्त
क्भ्वीं लोकसभा के लिए सियासी जंग में राजनीतिक दलों समेत कुल 8070 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से फ्8फ्क् यानि ब्7 प्रतिशत प्रत्याशियों ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा। लेकिन मात्र सात प्रत्याशियों का भाग्य ही उन्हें लोकसभा तक ले जा सका। इस चुनाव में 99 प्रतिशत निर्दलीय उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो गई।
दूसरी लोकसभा में रहा बेहतर प्रदर्शन
देश में पहली लोकसभा के लिए साल क्9भ्ख् में हुए आम चुनावों में भ्फ्फ् में से फ्7 निर्दलीय सांसद लोकसभा में थे। जिससे उत्साहित हो कर दूसरी लोकसभा के लिए साल क्9भ्7 में हुए चुनावों में ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई और ब्ख् निर्दलीय निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचे। जबकि साल क्9म्ख् में हुए तीसरी लोकसभा के चुनाव में निर्दलीयों का प्रदर्शन फ्लाप रहा।
independent candidates from west up
hapur loksabha constituency
1962: Prakash Vir Shastri,Independent
1967: Prakash Vir Shastri,Independent
Amroha Lok Sabha constituency
2004: Harish Nagpal, Independent
Kairana Lok Sabha constituency
1962: Yashpal Singh, Independent
Moradabad Lok Sabha constituency
1962: Syed Muzaffar Hussain, Independent
Pilibhit Lok Sabha constituency
1998 : Maneka Gandhi Independent
1999 : Maneka Gandhi Independent
Mathura Lok Sabha constituency
1952-1957 Girraj Saran Singh Independent
1957-1962 Raja Mahendra Pratap Independent
1967-1971 Girraj Saran Singh Independent
Etah Lok Sabha constituency
2009: Kalyan Singh, Independent
independent candidates from west up
hapur loksabha constituency
1962: Prakash Vir Shastri,Independent
1967: Prakash Vir Shastri,Independent
Amroha Lok Sabha constituency
2004: Harish Nagpal, Independent
Kairana Lok Sabha constituency
1962: Yashpal Singh, Independent
Moradabad Lok Sabha constituency
1962: Syed Muzaffar Hussain, Independent
Pilibhit Lok Sabha constituency
1998 : Maneka Gandhi Independent
1999 : Maneka Gandhi Independent
Mathura Lok Sabha constituency
1952-1957 Girraj Saran Singh Independent
1957-1962 Raja Mahendra Pratap Independent
1967-1971 Girraj Saran Singh Independent
Etah Lok Sabha constituency
2009: Kalyan Singh, Independent
<
Meerut (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1957: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1962: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1967: Maharaj Singh Bharti, Samyukta Socialist Party
1971: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1977: Kailash Prakash, Janata Party
1980: Mohsina Kidwai, Indian National Congress (I)
1984: Mohsina Kidwai, Indian National Congress
1989: Harish Pal, Janata Dal
1991: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1996: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1998: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1999: Avtar Singh Bhadana, Indian National Congress
2004: Hazi Shahid Akhlaque, Bahujan Samaj Party
2009: Rajendra Agrawal, Bharatiya Janata Party
Bulandshahr (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Raghubar Dayal Misra, Indian National Congress
1957: Raghubar Dayal Misra, Indian National Congress
1962: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1967: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1971: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1977: Banarsi Das, Janata Party
1980: Mahmood Hasan Khan, Janata Party (Secular)
1984: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1989: Sarwar Hussain, Janata Dal
1991: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1996: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1998: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1999: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
2004: Kalyan Singh, Bharatiya Janata Party
2009: Kamlesh Balmiki, Samajwadi Party
Amroha (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1957: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1962: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1967: Maulana Ishaq Sambhali, Communist Party of India
1971: Maulana Ishaq Sambhali, Communist Party of India
1977: Chandrapal Singh, Janata Party
1980: Chandrapal Singh
1984: Ram Pal Singh, Indian National Congress
1989: Har Govind Singh, Janata Dal
1991: Chetan Chauhan, Bharatiya Janata Party
1996: Pratap Singh Saini, Samajwadi Party
1998: Chetan Chauhan, Bharatiya Janata Party
1999: Rashid Alvi, Bahujan Samaj Party
2004: Harish Nagpal, Independent
2009: Devendra Nagpal, Rashtriya Lok Dal
Baghpat (Lok Sabha constituency)
Duration Name of the Member Party Affiliation
1967-71 Raghuvir Singh Shastri Bharatiya Jana Sangh
1971-77 Ram Chandra Vikal Indian National Congress
1977-80 Chaudhary Charan Singh Bharatiya Lok Dal
1980-84 Chaudhary Charan Singh Janata Party (Secular)
1984-89 Chaudhary Charan Singh Lok Dal
1989-1991 Chaudhary Ajit Singh Janata Dal
1991-1996 Chaudhary Ajit Singh Janata Dal
1996-1998 Chaudhary Ajit Singh Bharatiya Kisan Kamgar Party
1998-99 Sompal Singh Shastri Bharatiya Janata Party
1999-2004 Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal
2004-09 Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal
2009-Incumbent Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal
Meerut (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1957: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1962: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1967: Maharaj Singh Bharti, Samyukta Socialist Party
1971: Shah Nawaz Khan, Indian National Congress
1977: Kailash Prakash, Janata Party
1980: Mohsina Kidwai, Indian National Congress (I)
1984: Mohsina Kidwai, Indian National Congress
1989: Harish Pal, Janata Dal
1991: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1996: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1998: Amar Pal Singh, Bharatiya Janata Party
1999: Avtar Singh Bhadana, Indian National Congress
2004: Hazi Shahid Akhlaque, Bahujan Samaj Party
2009: Rajendra Agrawal, Bharatiya Janata Party
Bulandshahr (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Raghubar Dayal Misra, Indian National Congress
1957: Raghubar Dayal Misra, Indian National Congress
1962: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1967: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1971: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1977: Banarsi Das, Janata Party
1980: Mahmood Hasan Khan, Janata Party (Secular)
1984: Surendra Pal Singh, Indian National Congress
1989: Sarwar Hussain, Janata Dal
1991: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1996: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1998: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
1999: Chhatrapal Singh, Bharatiya Janata Party
2004: Kalyan Singh, Bharatiya Janata Party
2009: Kamlesh Balmiki, Samajwadi Party
Amroha (Lok Sabha constituency) Members of Parliament
1952: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1957: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1962: Maulana Mohammad Hifzur Rahman, Indian National Congress
1967: Maulana Ishaq Sambhali, Communist Party of India
1971: Maulana Ishaq Sambhali, Communist Party of India
1977: Chandrapal Singh, Janata Party
1980: Chandrapal Singh
1984: Ram Pal Singh, Indian National Congress
1989: Har Govind Singh, Janata Dal
1991: Chetan Chauhan, Bharatiya Janata Party
1996: Pratap Singh Saini, Samajwadi Party
1998: Chetan Chauhan, Bharatiya Janata Party
1999: Rashid Alvi, Bahujan Samaj Party
2004: Harish Nagpal, Independent
2009: Devendra Nagpal, Rashtriya Lok Dal
Baghpat (Lok Sabha constituency)
Duration Name of the Member Party Affiliation
1967-71 Raghuvir Singh Shastri Bharatiya Jana Sangh
1971-77 Ram Chandra Vikal Indian National Congress
1977-80 Chaudhary Charan Singh Bharatiya Lok Dal
1980-84 Chaudhary Charan Singh Janata Party (Secular)
1984-89 Chaudhary Charan Singh Lok Dal
1989-1991 Chaudhary Ajit Singh Janata Dal
1991-1996 Chaudhary Ajit Singh Janata Dal
1996-1998 Chaudhary Ajit Singh Bharatiya Kisan Kamgar Party
1998-99 Sompal Singh Shastri Bharatiya Janata Party
1999-2004 Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal
2004-09 Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal
2009-Incumbent Chaudhary Ajit Singh Rashtriya Lok Dal