दूसरा न्यूनतम स्कोर
यह श्रीलंका का भारत के खिलाफ पहली पारी में दूसरा न्यूनतम स्कोर है। उनका सबसे कम स्कोर 119 रन था जो उन्होंने फरवरी 1994 में अहमदाबाद में बनाया था। श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत को पहली सफलता जल्दी मिल जाती यदि वरूण एरोन की गेंद पर शिखर धवन ने कौशल सिल्वा का पहली स्लिप में आसान कैच लपका होगा। उस वक्त सिल्वा 4 रनों पर थे। वैसे ईशांत ने भारत को पहली सफलता दिलाई जब उनकी शॉर्ट पिच गेंद को करुणारत्ने (9) नीचे नहीं रख पाए और गली से दौड़कर आते हुए अजिंक्य रहाणे ने कैच लपका।

संगकारा नहीं कर सके कमाल
इसके बाद सिल्वा (5) जीवनदान का ज्यादा लाभ नहीं उठा पाए और एरोन की बाउंसर को हुक करने के प्रयास में गेंद को हवा में खेल बैठे और धवन ने डाइव लगाकर उनका कैच लपका। वैसे सिल्वा दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि गेंद उनके आर्मगार्ड से लगकर गई थी। अब घरेलू टीम की उम्मीदें अपनी विदाई सीरीज खेल रहे कुमार संगकारा पर टिक गई थी, लेकिन वे मात्र 5 रन बनाने के बाद रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर सिली पाइंट पर केएल राहुल द्वारा लपके गए। थिरिमाने और मैथ्यूज पारी को संभालते नजर आ रहे थे, लेकिन अश्विन ने थिरिमाने (13) को पहली स्लिप में राहुल के हाथों कैच आउट करा दिया। धीरे-धीरे पारी को संभालने हुए मैथ्यूज ने हरभजन की गेंद पर छक्का लगाते हुए अर्द्धशतक पूरा किया। उन्होंने इसके लिए 77 गेंदों में 4 चौके और एक छक्का लगाया। हालांकि बाद में मैथ्यूज (64) भी शॉर्ट लेग पर कैच देकर चलते बने। उन्होंने 92 गेंदों का सामना कर 6 चौके और 1 छक्का लगाया। उन्होंने चांदीमल के साथ छठे विकेट के लिए 79 रन जोड़े।

अश्विन की घातक गेंदबाजी
अश्विन ने रंगना हैरथ (23) को बोल्ड कर श्रीलंकाई पारी को 49.4 ओवरों में समाप्त किया। अश्विन ने 46 रनों पर 6 विकेट लिए। यह श्रीलंका में भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले हरभजन सिंह ने 2008 में गॉल में 102 रनों पर 6 विकेट लिए थे। मिश्रा को 20 रनों पर 2 विकेट मिले। ईशांत व एरोन ने 1-1 विकेट लिया।

22 सालों का सूखा
टीम इंडिया श्रीलंकाई धरती पर 22 वर्षों के टेस्ट सीरीज जीत के सूखे को खत्म करने के इरादे से मैदान संभालेगी। कोहली की टेस्ट कप्तान के रूप में यह पहली पूर्णकालिक सीरीज होगी और वे अपनी आक्रामक नेतृत्वक्षमता के जरिए प्रभावित करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे। श्रीलंका के महान खिलाड़ी कुमार संगकारा की यह विदाई सीरीज है और वे दो टेस्ट मैचों के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहेंगे। भारत ने इस मैच में तीन स्पिनरों हरभजन सिंह, रविचंद्रन अश्विन और अमित मिश्रा के साथ उतरने का फैसला किया है। तेज गेंदबाजी की कमान ईशांत शर्मा और वरूण एरोन पर रहेगी।

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