कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला रविवार को विशाखापत्तनम में खेला गया जिसमें कंगारुओं को 10 विकेट से बड़ी जीत मिली। भारतीय टीम पहले बैटिंग करते हुए 117 रन पर सिमट गई। उसके बाद कंगारुओं ने 11 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। बची हुई गेंदों में हिसाब से वनडे में भारत की यह अब तक की सबसे बड़ी हार है।
घर में वनडे में चौथा सबसे कम स्कोर
विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का 117 रन का टोटल, घर में वनडे में चौथा सबसे कम है। टीम इंडिया का लोएस्ट स्कोर 1986 में कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 78, उसके बाद 1993 में अहमदाबाद में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 100 और 2017 में धर्मशाला में श्रीलंका के खिलाफ 112 ऑलआउट है।
भारत की अब तक की सबसे बड़ी हार
ऑस्ट्रेलिया ने 234 गेंदें शेष रहते हुए जीत हासिल की। बची हुई गेंदों में लिहाल से भारत की यह अब तक की सबसे बड़ी हार है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने हैमिल्टन में 2019 में भारत को 212 गेंद शेष रहते हुए हराया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए गेंद शेष रहते वनडे में यह तीसरी सबसे बड़ी जीत भी है।
पांचवीं सबसे छोटी पारी
भारतीय टीम इस मैच में कंगारुओं के खिलाफ 26 ओवर में ऑलआउट हो गई। यह सभी एकदिवसीय मैचों में उनकी पांचवीं सबसे छोटी ऑल-आउट पारी थी और 1986 में श्रीलंका के खिलाफ 24.1-ओवर के बाद घरेलू मैदान पर दूसरी सबसे छोटी ऑल-आउट पारी थी।
दूसरा सबसे कम गेंदों वाला मैच
विशाखापत्तनम में खेले गए भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच में कुल 222 गेंदें फेंकी गई। भारतीय जमीं पर आयोजित एक मेंस वनडे में यह दूसरा सबसे कम गेंदों वाला मैच था। सबसे छोटा मैच चेन्नई में 2011 विश्व कप के दौरान केन्या और न्यूजीलैंड के बीच हुआ था, जो केवल 191 गेंदों तक चला था।
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