नागपुर (एएनआई)। भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के दौरान रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया। अश्विन श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के बाद 450 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे सबसे तेज गेंदबाज बन गए, जिन्होंने 80 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की। मुरलीधरन के 80 मैचों की तुलना में अश्विन को यह उपलब्धि हासिल करने में 89 मैच लगे।
🚨 Milestone Alert 🚨
4⃣5⃣0⃣ Test wickets & going strong 🙌 🙌
Congratulations to @ashwinravi99 as he becomes only the second #TeamIndia cricketer after Anil Kumble to scalp 4⃣5⃣0⃣ or more Test wickets 👏 👏
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सबसे कम गेंदों में कारनामा करने वाले दूसरे बॉलर
ऑफ स्पिनर ने यह उपलब्धि तब हासिल की जब उन्होंने अपने 11वें ओवर में एलेक्स कैरी को 36 रन पर आउट कर दिया और वह अनिल कुंबले के बाद 450 टेस्ट विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। आर अश्विन पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले के बाद क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए, जिन्होंने 93 मैचों में उपलब्धि हासिल की थी। ऑफ स्पिनर ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्लेन मैकग्राथ (23474) के बाद (23635) गेंदों के मामले में दूसरा सबसे तेज रिकॉर्ड का भी दावा किया। रेड-बॉल क्रिकेट में, अश्विन को 450 विकेट तक पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की तुलना में केवल 161 अतिरिक्त गेंदों की आवश्यकता पड़ी।
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