* यूपी पुलिस ने जारी किये शुरुआती पांच महीनों के अपराध के आंकड़े
* पिछले साल के मुकाबले संगीन वारदातों में कमी
पांच महीनों में क्राइम ग्राफ में कमी आई
lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्ती का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि हत्या, लूट, रेप, डकैती जैसी घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले कमी दर्ज की गई है। हालांकि, दहेज को लेकर मौ जिनमें दहेज हत्या के साथ ही दहेज के लिये सुसाइड भी शामिल हैं, का आंकड़ा पुलिस की चिंता बढ़ाने वाला है। यूपी पुलिस ने साल के शुरुआती पांच महीनों का आंकड़ा जारी किया है, जिसमें क्राइम कंट्रोल की असल हकीकत निकलकर सामने आई है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि वर्ष 2017 की 1 जनवरी से 31 मई के बीच घटित हुई आपराधिक घटनाओं के मुकाबले इस साल शुरुआती पांच महीनों में क्राइम ग्राफ में कमी आई है। उन्होंने बताया कि जहां पिछले साल इस मियाद में प्रदेश भर में 1594 हत्याएं हुई थीं,
संगीन घटनाओं में कमी से ऑफिसर्स संतुष्ट
वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा 1546 रहा। इसी तरह डकैती की 109 घटनाओं के मुकाबले इस वर्ष इनकी संख्या सिर्फ 58 रही। लूट की घटनाओं में भी इस साल कमी देखी गई। पिछले साल शुरुआती पांच महीनों में 1563 लूट की घटनाएं हुई थीं, वहीं इस साल 1259 घटनाएं हुईं। बलवे के मामलों में भी कमी दर्ज की गई। पिछले साल जहां 3020 बलवे की घटनाएं हुईं वहीं, इस साल यह संख्या पिछले साल के मुकाबले थोड़ी कम यानि 2990 रही। रेप के मामले में भी मामूली कमी देखी गई। पिछले साल इस मियाद में 1572 रेप तो इस साल यह संख्या 1522 रही।संगीन आपराधिक घटनाओं में कमी के उलट दहेज हत्या के मामलों में इजाफा पुलिसकर्मियों की चिंता बढ़ाने वाला है। पिछले साल के शुरुआती पांच महीनों में प्रदेश में 835 महिलाओं की दहेज को लेकर हत्या या सुसाइड हुआ था।
दहेज हत्या पर नहीं लग पा रही लगाम
वहीं, इस साल इसमें बढ़ोत्तरी हुई और यह आंकड़ा 867 पर पहुंच चुका है। इसी तरह फिरौती के लिये अपहरण के मामले में भी मामूली इजाफा देखा गया। पिछले वर्ष जहां 12 वारदात सामने आई थीं, वहीं इस साल 14 घटनाएं अंजाम दी गईं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार दहेज को लेकर हो रही महिलाओं की मौत पर चिंता जताते हुए कहते हैं कि दरअसल, किसी महिला को उसके ससुरालीजन प्रताडि़त कर रहे हैं तो शुरुआती दौर में पुलिस को इसकी शिकायत नहीं मिलती। परिजन संबंधों को सुधारने में जुटे रहते हैं। कई मामलों में उनकी कोशिश नाकाम रहती है और नतीजा महिला के साथ किसी अनहोनी के रूप में सामने आता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी पुलिस ऑफिसर्स व कर्मियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी महिला या युवती की शिकायत मिले तो उस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की जाए।
किन अपराधों में कितनी कमी
अपराध वर्ष 2018 वर्ष 2017
हत्या 1594 1546
लूट 1563 1259
डकैती 109 58
रेप 1572 1522
बलवा 3020 2904
दहेज मृत्यु 835 867
सेंंधमारी 3289 2990
कमी लाने की कोशिश की जा रही
प्रदेश भर में सख्त पुलिसिंग की वजह से आपराधिक घटनाओं में कमी दर्ज की गई है जो कि उत्साहजनक है। इन घटनाओं में और भी कमी लाने की कोशिश की जा रही है।
आनंद कुमार एडीजी लॉ एंड ऑर्डर
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