सभी बकरियां झूमने लगीं
यह घटना गुजरात के मेहसाणा जिले के खेरालू में हुई. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने छापेमारी में बड़ी मात्रा में शराब जब्त की थी. उसने जब्त शराब की बोतलों को एक खुले मैदान में नष्ट किया. जिससे वहां बने कुछ गड्ढों में शराब इकट्ठी हो गई. ऐसे में जब वहां पर आस पास बकरियां चरने गयी तो उन बकरियों ने उसे पी लिया और नशे में धुत हो गई. इसके बाद सभी बकरियां झूमने लगीं. देखते ही देखते शराब के नशे में धुत कई बकरियां बेहोश भी हो गयी. वहीं ग्रामीण में बकरियों के शराब पी लेने से घबरा उठे. हालांकि बकरियां कोई ताण्डव न करें इसके लिये ग्रामीणों ने पहले बकरियों को बांध दिया. इसके बाद शराब का प्रभाव कम करने के बकरियों को मक्खन-दूध खिलाया गया. जिससे करीब घटना के 12-14 घंटे बाद बकरियों को होश आया.
शराब गड्ढों में जमा हो गयी
वहीं इस पूरे मामले को लेकर खेरालू के लोगों में आक्रोश फैला है. उनका कहना है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से यह इतना बड़ा हादसा हुआ है. खुरालू के एक क्षेत्रीय अधिकारी एन.एस. गधवी ने पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए है. वहीं इस मामले में खेरालू थाने के पुलिस निरीक्षक एस.एच. बावा ने बताया, 'रमेश पाटनी की बकरियां शराब पीकर नशे में धुत्त हो गईं. पुलिस ने शराब की बोतलों को मंगलवार को खुले मैदान में नष्ट किया था.' उन्होंने यह भी बताया कि खेरालू पुलिस, सब डिविजनल मजिस्ट्रेट और अन्य उच्चाधिकारी भी बोतलें नष्ट करने की प्रक्रिया की निगरानी के दौरान मौजूद थे, लेकिन संभवत: कुछ शराब छोटे गड्ढों में जमा हो गयी थी. जिसे बकरियों ने पी लिया है.
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