आपने नेपोलियन बोनापार्ट का नाम तो सुना ही होगा। जी हां, वही नापोलियन बोनापार्ट जो फ्रांस के एक महान निडर और साहसी शासक थे और जिनके जीवन के बारे में कहा जाता था कि उनकी डिक्शनरी में असंभव नाम का कोई शब्द था ही नहीं। इतिहास में नेपोलियन को विश्व के सबसे महान और अजय सेनापतियों में से एक गिना जाता है। उसके सामने कोई रुक नहीं पाता था। नेपोलियन अक्सर जोखिम भरे काम किया करता था।
एक बार उसने आल्पस पर्वत को पार करने का ऐलान किया और अपनी सेना के साथ चल पड़ा। सामने एक विशाल और गगनचुंबी पहाड़ खड़ा था, जिसपर चढ़ाई करना असंभव था। उसकी सेना में अचानक हलचल की स्थिति पैदा हो गई। फिर भी उसने अपनी सेना को चढ़ाई का आदेश दिया। पास में ही एक बुजुर्ग औरत खड़ी थी। उसने जैसे ही यह सुना वो उसके पास आकर बोली कि क्यों मरना चाहते हो। यहां जितने भी लोग आये हैं, वो मुंह की खाकर यहीं रह गये। अगर अपनी जिंदगी से प्यार है, तो वापस चले जाओ।
उस औरत की यह बात सुनकर नेपोलियन नाराज होने की बजाय प्रेरित हो गया और झट से हीरों का हार उतारकर उस बुजुर्ग महिला को पहना दिया और फिर बोला, आपने मेरा उत्साह दोगुना कर दिया और मुझे प्रेरित किया है। अगर मै जिंदा बचा तो आप मेरी जय-जयकार करना। उस औरत ने नेपोलियन की बात सुनकर कहा- तुम पहले इंसान हो जो मेरी बात सुनकर हताश और निराश नहीं हुए।
जो करने या मरने और मुसीबतों का सामना करने का इरादा रखते हैं, वह लोग कभी नहीं हारते। अगर कोई समस्या है, तो उसका सॉल्यूशन होता ही है। मंजिल चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हो, अगर आपके इरादे मजबूत हैं, तो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। हां, आपको रास्ते में आने वाली परेशानियों से हताश और निराश नहीं होना है, बल्कि परेशानियों को एक चुनौती के रुप में लें।
सफल होने के लिए जरूरी हैं ये 5 मंत्र, इससे आसानी से मिलेगी कामयाबी
क्या आप खास नहीं हैं? तो पढ़िए यह प्रेरणादायक कहानी, नजरिया बदल जाएगा
Spiritual News inextlive from Spiritual News Desk