कानपुर। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 का आगाज 30 मई से इंग्लैंड में हो रहा। इस बार बाजी कौन मारेगा, यह तो वक्त बताएगा। मगर 2011 में एमएस धोनी की अगुआई में टीम इंडिया विश्व चैंपियन बनी थी। ये भारत का दूसरा वर्ल्ड कप खिताब था, इससे पहले 1983 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। दूसरा वर्ल्ड कप जीतने में भारत को 28 साल लग गए। आइए जानें 2011 विश्व कप से जुड़ी खास बातें...
तीन देशों ने किया था आयोजन
2011 वर्ल्ड कप का आयोजन तीन देशों ने मिलकर किया गया था। इसमें भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश शामिल थे। इस विश्व कप में 14 देशों ने हिस्सा लिया। इसमें 10 तो चर्चित टीम थी जबकि बाकी चार टीमों में केन्या, कनाडा, आयरलैंड और नीदरलैंड शामिल थीं। सभी टीमों को 7-7 के दो ग्रुपों में बांटा गया। ग्रुप चरण के मैच काफी चर्चा में रहे थे।
कैसे तय हुईं फाइनल टीमें
ये टूर्नामेंट ग्रुप स्टेज और नाॅकआउट स्टेज के आधार पर खेला गया। ग्रुप में सात टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलना था। दोनों ग्रुपों की टाॅप 4 टीमें नाॅकआउट के लिए क्वाॅलीफाई कर गईं। फिर इसमें अंक तालिका में टाॅप 4 टीमों के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया। बाद में सेमीफाइनल जीतने वाली दो टीमों के बीच खिताबी मुकाबला हुआ।
भारत ने ग्रुप स्टेज में जीते चार मुकाबले
टीम इंडिया को ग्रुप बी में रखा गया जिसमें भारत के अलावा, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड और नीदरलैंड की टीमें शामिल थीं। भारत ने अपने 6 मुकाबले में चार में जीत दर्ज की, वहीं एक में हार मिली तो एक मैच टाई रहा। ग्रुप स्टेज में 9 अंकों के साथ भारत दूसरे स्थान पर रहा।
ऑस्ट्रेलिया को दी क्वाॅर्टर फाइनल में पटखनी
ग्रुप स्टेज में टाॅप 2 में जगह बनाने के चलते भारत ने नाॅकआउट स्टेज में जगह बनाई। यहां भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से क्वाॅर्टरफाइनल में हुआ। अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारतीय शेरों ने कंगारुओं को 5 विकेट से पटखनी दी। इस जीत के बाद टीम इंडिया के कोच गैरी कर्स्टन ने कहा था कि, अब हमें वर्ल्ड कप जीतने से कोई नहीं रोक सकता।
सेमीफाइनल में हुआ भारत-पाक मुकाबला
वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच अगर भारत बनाम पाकिस्तान के बीच हो, तो इससे रोचक मुकाबला कुछ नहीं हो सकता। 2011 विश्व कप में क्रिकेट जगत के दो सबसे बड़े प्रतिद्वंदी आमने-सामने थे। मोहाली में खेले गए इस मैच में धोनी ने पहले खेलते हुए 260 रन पर बनाए, जवाब में पाकिस्तान की टीम 231 रन पर सिमट गई। इसी के साथ भारत ने ये मुकाबला 29 रन से जीतकर फाइनल में इंट्री कर ली।
भारत बनाम श्रीलंका के बीच फाइनल मुकाबला
2011 वर्ल्ड कप फाइनल भारत बनाम श्रीलंका के बीच खेला गया। श्रीलंका ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 274 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने छक्का मारकर भारत को वर्ल्ड कप जिताया। इसी के साथ भारत के खाते में दूसरा विश्व कप आ गया।
किसने बनाए सबसे ज्यादा रन
2011 वर्ल्ड कप भले ही भारतीय टीम के नाम रहा हो, मगर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान थे। दिलशान के बल्ले से पूरे टूर्नामेंट में 500 रन निकले।
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कौन बना हाईएस्ट विकेट टेकर
टूर्नामेंट के हाईएस्ट विकेट टेकर की बात करें तो पहली बार किसी विश्व कप में दो गेंदबाजों ने बराबर विकेट लिए। इसमें एक नाम भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान तो दूसरे पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी थे। दोनों ने 21-21 विकेट चटकाए थे।
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